प्रक्रति का चमत्कार रसाहर
प्रक्रति का चमत्कार रसाहर
आज का आहार विज्ञान काफी आगे बढ़ चुका है !बहुआयामी खोजों से यह सत्य सामने आया है की रस के आहार से (रसाहर )से न केवल आवश्यक शक्तियाँ ही प्राप्त होती हैं वरन शरीर के रोगों के प्रतिरोध की क्षमता भी कई गुना बढ़ती है !
रसाहर के लिए उपयुक्त खाद्य सामग्री
रसाहर के लिए फल ,सब्जी या अंकुरित अनाज आदि खाद्यों को पूर्ण तया ताजा ही काम में लें !सड़े ,गले ,बासी ,काफी देर से कटे हुए खाद्य पदार्थ का नहीं ,अपितु रोगाणुओं से मुक्त आहार सामग्री का रस निकालें ,अन्यथा तीव्र संक्रमण हो सकता है !
रसाहर कैसे लें
तजा रस ही काम में लें !निकालकर काफी देर तक रखा हुआ रस न लें !रखे रस में एंजाइम सक्रियता ,थायमिन ,रिबोफ्लेविन ,एस्कार्बिक एसिड आदि उपयोगी तत्व नष्ट होनें लगते हैं तथा वातावरण के कुछ हानिकारक कीटाणु रस में प्रवेश कर रस को प्रदूषित कर देते हैं !ऐसा रस पीने से तीव्र प्रतिक्रिया होती है !रसाहर बैठकर धीरे धीरे पियें !इसे प्याला या ग्लास में ही लेना चाहिए !ग्लास को मुंह की और ऐसे झुकाएं की उपरी होंठ रस में डूबा रहे !ऐसा करने से वायु पेट में नहीं जाती है !
रस कैसे लें
ठोस फल या सब्जियां -ककड़ी ,लोकी ,गाजर ,टमाटर ,अनानास ,नाशपाती ,आलू ,सेब आदि का रस निकालने के लिए विभिन्न प्रकार की मशीनें आती है !संतरा ,मौसंमी ,चकोतराधि नींबू कुल के फलों के लिए अलग अलग तरीकें की मशीनें आती हैं !
बिजली से चलने वाली मशीनों की अपेक्षा हाथ से चलने वाली मशीनों से निकला रस श्रेष्ट माना जाता है
सब्जी को कद्दू कश से कसने के बाद या कूटकर भी रस निकाला जाता है !रस निकालने के बाद बचे हुए खुज्झे को फेंकें नहीं इसे बेसन या आटा में मिलाकर रोटी बनाकर काम में लिया जा सकता है यह खुज्झा पेट की सफाई कर कब्ज को दूर करता है !
किसी प्रकार का हो बीमार ,लेकर निम्र रसाहर !
पाए स्वास्थ्य का द्वार ,बढ़ाये तन मन की शक्ति अपार
अंग अंग में हो नित्य नूतन स्वास्थ्य संचार !!
प्रक्रति का चमत्कार रसाहर
Reviewed by Naresh Ji
on
February 28, 2022
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