स्वस्थ रहने के सरल उपाय
स्वस्थ रहने के सरल उपाय
सुबह जल्दी उठो और ३-४ मील (४-6 किलोमीटर )रोज टहलो !संभव हो तो शाम को भी थोड़ा टहलो !
टहलते समय नाक से लम्बी लम्बी सांसें लो तथा भावना करो की टहलने से आप अपने स्वास्थ्य को सबांर रहे हैं
टहलने के अलावा ,दोड़ना ,साइकल चलाना ,घुड़सवारी ,तैरना या कोई भी खेलकूद ,व्यायाम के अच्छे उपाय हैं !स्त्रियाँ चक्की पीसना ,रस्सी कूदना ,झाड़ू पोंछा लगाना आदि घर के कार्यों में अच्छा व्यायाम कर सकती हैं !रोज थोड़े समय बच्चो के साथ खेलना ,20-25 मिनट खुल के हँसना भी अच्छे व्यायाम के अंग हैं !
सुबह टहलने के बाद अच्छी भूख लगती हैं !इस समय पोष्टिक पदार्थो का सेवन करें !अंकुरित अन्न ,भीगी मूंगफली ,आंवला या इससे बना कोई पदार्थ ,संतरा या मोसमी का रस अच्छे नास्ता का अंग होते हैं !
भोजन सदा सादा करो एवं प्रसाद रूप में ग्रहण करो !शांत ,प्रसन्न और निश्चित पूर्वक करो एवं उसे अच्छी तरह चवा चवा कर खाओ !खाते समय न बात करो न हसों !एकाग्र चित्त होकर भोजन करना चाहिए !
भूख से काम खाओ अथवा आधा पेट खाओ ,चौथाई जल के लिए एवं चौथाई पेट हवा के लिए खाली छोडो !
भोजन में रोज अंकुरित अन्न शामिल करो !अंकुरित अन्न में पौष्टिकता एवं खनिज लवण गुणात्मक मात्रा में बढ़ जाते हैं !इनमे मुंग सर्वोत्तम है !
चना अंकुरित या भीगी मूंगफली इसमे मैथी दाना एवं चुटकी भर अजवायन मिंला लें तो यह कई रोगों का प्रतिरोधक एवं प्रभावी इलाज है !
मौसम की ताजा हरी सब्जी और ताजे फल खूब खाओ !जितना हो सके कच्चे खाओ अन्यथा आधी उबली तथा कम मिर्च मसाले ,खटाई की सब्जियां खाओ !एक ग्रास रोटी के साथ चार ग्रास सब्जी का अनुपात खाने का प्रयास करो !
आटा चोकर सहित खाओ यदि संभव हो तो हाथ का पिसा आटा प्रयोग करो !जौ ,गेंहूँ ,चना ,सोयाबीन का मिस्सी रोटी का आटा सुपाच्य एवं पौष्टिक होता है !पौष्टिकता की द्रष्टि से रोटी में हरी सब्जी ,पालक ,मेथी ,बथुआ आदि पत्तीदार सब्जी मिलकर बनायें /खाएं !दलिया /खिचड़ी में हरी सब्जी मिलाकर पौष्टिकता को बढ़ा सकते हैं !सब्जियों के सूप का नित्य सेवन पौष्टिक एवं हलके भोजन का अंग हो सकता है !
भोजन के साथ पानी कम से कम पीना चाहिए !दोपहर के भोजन के घंटे भर बाद पानी पियें !भोजन यदि कड़ा और रुखा होतो 2-४ घूंट पानी अवश्य लें !
सुबह उठते ही खूब पानी पियें यदि हो सके तो रात को सोते वक्त किसी तांबा के वर्तन में पानी रखें और उसे सुबह पियें तो वह शरीर को बहुत ही मात्रा में फायदा पहुंचाता है !
दोपहर के भोजन के थोड़ी देर बाद छाछ और रात को सोने से पहले हल्का गुनगुना दूध अम्रत के समान होता है !
दिन में कम से कम 2-४ लीटर पानी अवश्य पियें !
धुम्रपान ,मादक ,पेय पदार्थ (जरदा ,गुटखा ,साफ्ट ड्रिंक जैसे कोकाकोला ,पेप्सी इत्यादि एवं शराब )को छोड़ दें !
चाय -काफी आदि के स्थान पर सादा ठंडा या गुनगुना पानी पियें !नीबू पानी ,छाछ ,गाजर ,पालक ,चुकंदर ,लौकी ,टमाटर ,इत्यादि सब्जियों का एवं मुसम्मी या संतरा ,पपीता इत्यादि फलों के रस का प्रयोग लाभकारी होता है !
डाईबिटिज (शक्कर )के रोगी को शक्कर या उससे बने पदार्थ का परहेज करना चाहिए !फलों में अधिक मीठे फल का सेवन कम करें !फल के रस के बजाय फल खाएं !
भोजन में स्वाद बढाने बाली चीजों को जैसे मिर्च ,प्याज ,लहसुन ,खटाई इत्यादि का प्रयोग कम से कम करें ,हो सके तो छोड़ दे!
दानामैथी और करेला डाईबिटिज के घरेलू रामबाण दवा है !इसका रोज उपयोग करें !दनामैथी रोज २०से२४ घंटे पानी में ,और यदि संभव हो तो मिटटी के वर्तन में भिगोयें !दुसरे दिन सुबह नाश्ते के पहले या बाद में दानामैथी का पानी पी लें !
दानामैठी अंकुरित कर सलाद में या नमक ,नींबू लगाकर भी खा सकते हैं !सूखी दानामैथी या इसका चूर्ण लेने पर गर्मी कर सकती है !
रोज शाम निवृत हो जाने के बाद ,दिनभर में अपने पुरुषार्थ से किये काम काज की सफलता अथवा असफलता परमात्मा को समर्पित कर दें ,निश्चितंत होकर जल्दी सोंये ताकि सुबह जल्दी उठ सकें
स्वस्थ रहने के सरल उपाय
Reviewed by Naresh Ji
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February 28, 2022
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