खुद से पूछो ये तीन सवाल फिर कदम-कदम पर मिलेगी कामयाबी...
किसी भी कार्य की सफलता या असफलता उसके लिए की गई योजना पर निर्भर होती है। पूर्व नियोजित ढंग से किए गए कार्य में सफलता प्राप्त होने की संभावनाएं काफी अधिक होती हैं। योजना के साथ ही व्यक्ति की दृढ़ इच्छा शक्ति भी उसे निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करती है।
लक्ष्य कैसे प्राप्त किया जाए... इस संबंध में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि किसी भी कार्य की शुरूआत से पहले हमें खुद से तीन सवाल पूछने चाहिए। ये तीन सवाल ही लक्ष्य प्राप्ति में आ रही बाधाओं को पार करने में मददगार साबित होंगे। इसके साथ ही ये कार्य की सफलता भी सुनिश्चित करेंगे। ये तीन प्रश्न हैं-
- मैं ये क्यों कर रहा हूं?
- मेरे द्वारा किए जा रहे इस कार्य के परिणाम क्या-क्या हो सकते हैं?
- मैं जो कार्य प्रारंभ करने जा रहा हूं, क्या मैं सफल हो सकूंगा?
इन तीन प्रश्नों पर गहराई से चिंतन करें। इसके बाद यदि आपको इन सवालों के संतोषजनक और सही जवाब मिल जाए, तभी कार्य को प्रारंभ करना चाहिए। यदि इन प्रश्नों के संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहे हैं तो बुद्धिमानी यही है कि उस कार्य को न किया जाए। तीनों प्रश्नों के संतोषजनक जवाब मिलने के बाद आप अपने लक्ष्य की ओर बिना समय गवाएं आगे बढ़ सकते हैं। फिर लक्ष्य तक पहुंचने में किसी भी प्रकार की बाधा को पार करने में आपस अवश्य सफल पाएंगे। दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर आप हर कदम सफलता प्राप्त करेंगे।
किसी भी कार्य की सफलता या असफलता उसके लिए की गई योजना पर निर्भर होती है। पूर्व नियोजित ढंग से किए गए कार्य में सफलता प्राप्त होने की संभावनाएं काफी अधिक होती हैं। योजना के साथ ही व्यक्ति की दृढ़ इच्छा शक्ति भी उसे निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करती है।
लक्ष्य कैसे प्राप्त किया जाए... इस संबंध में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि किसी भी कार्य की शुरूआत से पहले हमें खुद से तीन सवाल पूछने चाहिए। ये तीन सवाल ही लक्ष्य प्राप्ति में आ रही बाधाओं को पार करने में मददगार साबित होंगे। इसके साथ ही ये कार्य की सफलता भी सुनिश्चित करेंगे। ये तीन प्रश्न हैं-
- मैं ये क्यों कर रहा हूं?
- मेरे द्वारा किए जा रहे इस कार्य के परिणाम क्या-क्या हो सकते हैं?
- मैं जो कार्य प्रारंभ करने जा रहा हूं, क्या मैं सफल हो सकूंगा?
इन तीन प्रश्नों पर गहराई से चिंतन करें। इसके बाद यदि आपको इन सवालों के संतोषजनक और सही जवाब मिल जाए, तभी कार्य को प्रारंभ करना चाहिए। यदि इन प्रश्नों के संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहे हैं तो बुद्धिमानी यही है कि उस कार्य को न किया जाए। तीनों प्रश्नों के संतोषजनक जवाब मिलने के बाद आप अपने लक्ष्य की ओर बिना समय गवाएं आगे बढ़ सकते हैं। फिर लक्ष्य तक पहुंचने में किसी भी प्रकार की बाधा को पार करने में आपस अवश्य सफल पाएंगे। दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर आप हर कदम सफलता प्राप्त करेंगे।
चाणक्य नीति_ खुद से पूछो ये तीन सवाल फिर कदम-कदम पर मिलेगी कामयाबी--
Reviewed by Naresh Ji
on
February 22, 2022
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