आयुर्वेद अनुसार मीठा खाने का सही तरीका

आयुर्वेद अनुसार मीठा खाने का सही तरीका

* मीठा खाने का सही तरीका: हमारे देश में बहुत से लोग मीठा प्रेमी होते हैं और उन्हें बहाना चाहिए रहता है, कुछ ना कुछ मीठा खाने का। जैसे कि- खीर, आइसक्रीम, चॉकलेट, गुड या फिर जितने भी मिठाइयां है। तो ऐसे सभी लोग जो मीठा खाने के प्रेमी हैं, उन सभी लोगों के लिए आयुर्वेद कब कहता है कि मीठा खाना स्वास्थ्य के लिए ज्यादा फायदेमंद है।
      बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो खाना खाने के बाद या तो आइसक्रीम खाते हैं या फिर कोई मीठी चीजें खाते हैं। जैसे की- चॉकलेट, गुड या फिर किसी तरह की मिठाई, खीर, मिठाई हलवा, इस तरह की चीजें वह खाते हैं या फिर शादी में जाने के बाद भी बहुत बार जब पेट भर करके खाना हो जाने के बाद भी मीठा खाते हैं। क्या यह सही चीज है। तो आयुर्वेद कहता है, कि यह बिल्कुल भी ठीक चीज नहीं है।

      आयुर्वेद में 6 तरह के रस बताए गए हैं- मीठा, खट्टा, नमक, तीखा, कड़वा और कसैला। इन 6 रसो के बारे में ऐसा कहा गया है, जो मीठा रस होता है, जो मीठा स्वाद है, वो सबसे हैवी होता है, शरीर को डाइजेस्ट करने के लिए। पचने में, पाचन में अगर कोई सबसे भारी चीज है, तो वो मीठी चीजें होती है। इसलिए जो आयुर्वेद के साहिताकार है, वो कहते है कि हमेशा खाने की शुरुआत आप मीठे से कीजिए और फिर उसके बाद आप खट्टा, तीखा, कड़वा, कसैला व नमक, ऐसे करके उस खाने का अंत कीजिए अर्थात अगर आपकी थाली में कोई मीठी चीज रखी है, तो आप उसे सबसे पहले खाइए, उसके बाद जो खट्टी चीजे है, उसको खाइए और लास्ट में तीखा, कड़वा, कसैला स्वाद खाकर भोजन का अंत कीजिए।

      इस तरह खाना खाने से वो खाना ज्यादा अच्छे से पचेगा, हजम होगा और शरीर को तकलीफ नहीं देगा। पर यदि कोई इसका उल्टा करें। पहला तीखा, कड़वा, कसैला यह सब चीजें खा ले और उसके बाद मीठा खाए, तो ऐसे लोगों के लिए आयुर्वेद में कहा गया है कि यदि आप भोजन के अंत में अगर आप कोई मीठी चीज खाते हैं। चाहे वो आइसक्रीम, चॉकलेट, खीर, हलवा ऐसी कुछ भी चीज है। वो खाने से आपके शरीर में कफ बढ़ेगा। मीठी चीजें सबसे ज्यादा कफ को बढ़ाती है।

      खाने के बाद मीठा खाने से सबसे ज्यादा कफ बढ़ेगा और कफ के बढ़ने से, कफ के जो रोग होते हैं। जैसे कि- मोटापा, आलस, श्वास रोग, मंदबुद्धि, थायराइड, चर्बी बढ़ जाना, इस तरह के रोग होने के चांसेस बढ़ जाते हैं या दिनभर आलस आना, खाने के बाद बहुत ज्यादा नींद आना, यह सारी की सारी बहुत ज्यादा तकलीफ होती है, अगर आप खाने के बाद मीठा खाते हैं, तो।

      आयुर्वेद के अनुसार अगर मीठा खाना है, तो उसका सबसे बेस्ट टाइम है, खाना खाने से पहले। अब इंटरनेट पर आपको कहीं जगह भी लिखा मिल जाएगा, कि पहले हल्की चीजें खा लो, फिर जब अग्नि बढ़ जाए, तब बाद में भारी चीजें खाओ। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार यदि आप की अग्नि कमजोर है, तो इसके चलते आप मीठा को खाना खाने के बाद खाते है, तो इसका आप एक प्रयोग कर सकते हैं, जिससे आपकी  अग्नि बढ़ सकती है।

      योग रत्नाकर जी के अनुसार, खाना खाने से पहले अगर आप नमक और अदरक थोड़ी-सी मात्रा में ले ले और उसमें आप एक चुटकी सेंधा नमक डालकर चबाकर खाएं, तो वो सदा पथय हैं अर्थात आपके खाने की थाली आने वाली है, तो आप थोड़ा-सा अदरक और सेंधा नमक चबाकर खा लीजिए। इससे  शरीर का डाइजेशन बढ़ जाएगा और आपकी अग्नि तीव्र हो.जाएगी।

      अगर आप को खोल कर भूख नहीं लगी है। आप थोड़ी मात्रा में सेंधा नमक और अदरक को खाते है, तो आपकी जो अग्नि है, वह खुल जाएगी। खाना खाने में आपको मजा आएगा, टेस्ट आएगा। बहुत से लोगों के साथ ऐसा होता है कि वह खाना तो खाते हैं, पर खाना खाते समय उनको ना तो कोई टेस्ट आता है और ना ही कोई मजा, खाने का स्वाद ही नहीं आता। तो ऐसे लोगों को खाने से पहले अदरक और सेंधा नमक थोड़ी मात्रा में खाना चाहिए।

      इसके साथ आपकी जो जीभ है, उस पर बार-बार मीठा खाने से उसके ऊपर एक लेयर-सी बनी रहती है और वो फिर कितना भी स्वादिष्ट खाना खा ले, उनको टेस्ट नहीं मिलता। अगर आपकी जीभ पर एक लेयर कोटिंग बनी हुई है, तो यह चीज खाने से जीवा और कंठ को साफ कर देगा और आप को भोजन में स्वाद आएगा। तो खाना खाने से पहले अदरक और सेंधा नमक थोड़ा-सा खा लीजिए, और यदि मीठा खाना है तो वह खाना खाने से पहले खाइए, ना कि अंत में। जिससे कि वह आपके शरीर को ज्यादा से ज्यादा फायदा दे।

      खाना खाने के बाद जो मीठा खाने की हैबिट है, वो विदेशी लोगों की है। वो खाते हैं। हमारे देश के लोगों के लिए, खाना मीठे से शुरू करना ज्यादा फायदेमंद है। अपने बच्चों को भी यह आदत जरूर सिखाइए, क्योंकि बहुत से बच्चे खाना खाने के बाद मीठ़ा खाते हैं। जैसे- चॉकलेट खाना पसंद करते हैं। जिससे उनके पेट में कीड़े पड़ना या फिर दांत खराब होना, कैविटी या मोटापा ऐसे कई बीमारियां होती है। तो मीठा हमेशा खाना खाने की शुरुआत में खाइये। ऐसा कहना है, आयुर्वेद में योगरत्नाकर जी का।
आयुर्वेद अनुसार मीठा खाने का सही तरीका आयुर्वेद अनुसार मीठा खाने का सही तरीका Reviewed by Chandra Sharma on September 22, 2020 Rating: 5

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