प्रोटीन के 10 सबसे अच्छे स्रोत
* हमें अण्ड़ा क्यों नहीं खाना चाहिए: भारत के लोगों को अंडा इसलिए नहीं खाना चाहिए, क्योंकि; अंडा विदेशी लोगों का एक मात्र विकल्प है, जबकि हमारे पास अंडे की जगह और भी बहुत से विकल्प है और अंडा हमारी तासीर के अनुकूल भी नहीं है। अंडे को प्रोटीन और विटामिन A के लिए खाया जाता है और भारत के लोगों के लिए अण्ड़ा खाने की जगह दाले, चने, दूध, दहीं और भी अन्य चीजें है, जबकि यूरोप में दालों की पैदावार ही नहीं होती, वहां पर मांस, मछली और अंडा ही खाए जाते हैं। इसलिए वहां के लोग प्रोटीन और मिनरल्स के लिए अंडे की सलाह देते हैं। जबकि भारत में ऐसा नहीं होना चाहिए।
भारत में प्रोटीन और मिनरल्स के लिए कई तरह की दाले है, चना है, और भी अन्य चीजें उपलब्ध है। जो आसानी से मिल भी जाती है। इसलिए हम लोगों को प्रोटीन और मिनिरल्स के लिए अंडे को छोड़कर दालों का ही खाना चाहिए, जिसमें अंडे की प्रोटीन मात्रा से भी ज्यादा प्रोटीन होता है और विटामिन A के लिए दूध, दही, मक्खन जैसी चीजों का सेवन करें।
फिर हमारे देश के डॉक्टर अंडे खाने की सलाह क्यों देते है। इसका कारण यह है, जैसे कि अब आप जानते ही होंगे कि एमबीबीएस और एमएस का जो कोर्स है, वह अमेरिका और यूरोप से ही आया है, जो हमारे यहां के डॉक्टर भी पढ़ते हैं। तो उन पुस्तकों में प्रोटीन के लिए अंडा खाने के लिए ही बोला गया है। वो इसलिए क्योंकि यूरोप और अमेरिका में दालों की पैदावार नहीं होती। वहां पर प्रोटीन, मिनिरल के लिए अंडा, मांस और मछली ही मिलती है। इसलिए उन लोगों ने अपनी देश के लोगों की सुविधा अनुसार और अपने देश में उपलब्ध चीजों के आधार पर ही प्रोटीन के लिए अंडा खाने के लिए बोला गया। लेकिन हमारे देश में ऐसी कोई बात नहीं है कि हमें प्रोटीन के लिए अंडा ही खाना पड़े।
उन पुस्तकों में उन्होंने अपने देश की वस्तुओं के आधार पर ही खाने-पीने का विश्लेषण किया है। जबकि उन पुस्तकों में भारत में हमारे देश की जरूरतों के हिसाब से और हमारे देश की वस्तुओं के आधार पर बदलना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और फिर वही कोर्स, वहीं स्टडी हमारे डॉक्टरों ने पढी़ और उसी आधार प्रोटीन के लिए अंडा खाने को बोल देते है।
जबकि हमारे पास अंडे खाने के अलावा दूसरे बहुत-सी चीजों के विकल्प है। इसके साथ हमारे देश के पास अपनी एक चिकित्सा पद्धति है, 'आयुर्वेद'। आयुर्वेदिक डॉक्टर कभी भी अंडा खाने की सलाह नहीं देते। अंडे से जितने भी प्रोटीन, मिनिरल मिलते हैं, उससे भी ज्यादा मात्रा में हमारे पास अन्य वस्तु में मिल जाते है। जैसे- अंडे में प्रोटीन होता है, तो हमारे पास उड़द की दाल में उससे ज्यादा प्रोटीन है।
भारत में प्रोटीन और मिनरल्स के लिए कई तरह की दाले है, चना है, और भी अन्य चीजें उपलब्ध है। जो आसानी से मिल भी जाती है। इसलिए हम लोगों को प्रोटीन और मिनिरल्स के लिए अंडे को छोड़कर दालों का ही खाना चाहिए, जिसमें अंडे की प्रोटीन मात्रा से भी ज्यादा प्रोटीन होता है और विटामिन A के लिए दूध, दही, मक्खन जैसी चीजों का सेवन करें।
फिर हमारे देश के डॉक्टर अंडे खाने की सलाह क्यों देते है। इसका कारण यह है, जैसे कि अब आप जानते ही होंगे कि एमबीबीएस और एमएस का जो कोर्स है, वह अमेरिका और यूरोप से ही आया है, जो हमारे यहां के डॉक्टर भी पढ़ते हैं। तो उन पुस्तकों में प्रोटीन के लिए अंडा खाने के लिए ही बोला गया है। वो इसलिए क्योंकि यूरोप और अमेरिका में दालों की पैदावार नहीं होती। वहां पर प्रोटीन, मिनिरल के लिए अंडा, मांस और मछली ही मिलती है। इसलिए उन लोगों ने अपनी देश के लोगों की सुविधा अनुसार और अपने देश में उपलब्ध चीजों के आधार पर ही प्रोटीन के लिए अंडा खाने के लिए बोला गया। लेकिन हमारे देश में ऐसी कोई बात नहीं है कि हमें प्रोटीन के लिए अंडा ही खाना पड़े।
उन पुस्तकों में उन्होंने अपने देश की वस्तुओं के आधार पर ही खाने-पीने का विश्लेषण किया है। जबकि उन पुस्तकों में भारत में हमारे देश की जरूरतों के हिसाब से और हमारे देश की वस्तुओं के आधार पर बदलना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और फिर वही कोर्स, वहीं स्टडी हमारे डॉक्टरों ने पढी़ और उसी आधार प्रोटीन के लिए अंडा खाने को बोल देते है।
जबकि हमारे पास अंडे खाने के अलावा दूसरे बहुत-सी चीजों के विकल्प है। इसके साथ हमारे देश के पास अपनी एक चिकित्सा पद्धति है, 'आयुर्वेद'। आयुर्वेदिक डॉक्टर कभी भी अंडा खाने की सलाह नहीं देते। अंडे से जितने भी प्रोटीन, मिनिरल मिलते हैं, उससे भी ज्यादा मात्रा में हमारे पास अन्य वस्तु में मिल जाते है। जैसे- अंडे में प्रोटीन होता है, तो हमारे पास उड़द की दाल में उससे ज्यादा प्रोटीन है।
इसी प्रकार अन्य दलों में भी अंडे से ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। ऐसे ही जैसे अंडे में विटामिन ए मिलता है और इससे ज्यादा विटामिन ए तो हमारे को दूध, दही और मक्खन में मिलता है और इन दोनों के अलावा अंडे में क्या मिलता है, कुछ भी नहीं। इसलिए अंडे के स्थान पर दालों और दूध, दही का ही सेवन करे। जो आपकी तासीर के भी अनुकूल होती है।
प्रोटीन के 10 सबसे अच्छे स्रोत
Reviewed by Chandra Sharma
on
September 21, 2020
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