shahad ke fayde / शहद के फायदे और इसके औषधीय गुण

नमस्कार मित्रों
आज के इस आर्टिकल में हम चर्चा करने जा रहे हैं शहद के गुणों shahad ke fayde के बारे में। भारत में शहद बहुतायत मात्रा में प्रयोग किया जाता है। शहद का स्वाद मीठा होता है।  इसके अंदर बहुत सी औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसलिए आयुर्वेद की बहुत सारी दवाइयों में इसका प्रयोग किया जाता है। इसमें कई प्रकार के सूक्ष्म पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत आवश्यक होते हैं।
शहद को आयुर्वेद में बहुत बड़ी दवा माना गया है विशेष रूप से कफ के रोगों को ठीक करने में। कफ के रोगों को ठीक करने में आयुर्वेद में जो 3 सबसे बेस्ट औषधियां है उनमें से शहद एक है। मित्रों, आगे हम आपको शहद के औषधीय गुणों और उसके फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं।

shahad ke fayde / शहद के औषधीय गुण और इसके फायदे

1. खांसी के रोग को दूर करने में सहायक

खांसी के रोग को दूर करने में शहद का अपना एक विशेष महत्व है। कई बार हम देखते हैं कि मौसम में परिवर्तन के कारण उदाहरण के रूप में जब गर्मी से सर्दी की तरफ मौसम जाता है तो कई प्रकार के वायरल और बैक्टीरियल इनफेक्शन होने शुरू हो जाते हैं। इंफेक्शन के कारण खांसी हो जाती है। इस रोग में एक चम्मच शहद, एक चम्मच अदरक का रस और चुटकी भर काली मिर्च मिलाकर अगर सुबह दोपहर शाम चाटा आ जाए तो खांसी जड़ से खत्म हो जाती है। खांसी के लिए यह प्रयोग बहुत पुराना और अद्भुत है। इस प्रयोग में बस इतना परहेज है कि यह प्रयोग करने के बाद यानी कि यह मिश्रण चाटने के बाद आपको कम से कम आधे घंटे तक कुछ खाना पीना नहीं है।

2. टॉन्सिल्स और गले के इन्फेक्शन को दूर करने में सहायक

टॉन्सिल्स और गले में इंफेक्शन हो जाने की स्थिति में शहद बहुत लाभकारी है। इन रोगों को दूर करने के लिए आपको एक चम्मच शहद लेना है और चौथाई चम्मच हल्दी का पाउडर। अगर हल्दी का पाउडर नहीं है तो एक चम्मच हल्दी का रस लें। दोनों को मिलाकर सुबह-शाम चाटना है। इस प्रयोग को करने से पहले एक कप गर्म पानी में दो चुटकी सेंधा नमक डालकर उसको थोड़ा सा गुनगुना कर कर उसके गरारे करने हैं और उसके बाद चाटने वाला प्रयोग करना है। जब यह दोनों प्रयोग मिल जाएंगे तो गले के लिए वरदान के रूप में काम करते हैं। अर्थात गले का दर्द और टॉन्सिल आदि ठीक हो जाते हैं।

3. थकान और कमजोरी दूर करने में लाभदायक

थकान और कमजोरी दूर करने के लिए भी शहद का प्रयोग किया जाता है। इसमें सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं। जो हमारे शरीर में सूक्ष्म पोषक तत्वों की पूर्ति करते हैं। दूसरा कई बार व्यायाम करने के बाद भी हमें थकावट और कमजोरी महसूस होती है। हमें दोबारा ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है। इस ऊर्जा को प्राप्त करने के लिए एक गिलास दूध में एक से दो चम्मच शहद मिलाकर लेने से खोई हुई ताकत दोबारा मिल जाती है अर्थात जो कमजोरी और थकान महसूस हो रही थी वह भाग जाती है।

4. खनिज और मिनरल्स का भंडार है शहद

शहद में बहुत सारे खनिज और मिनरल्स पाए जाते हैं। शहद में बहुत अच्छी मात्रा में प्रोटीन और अमीनो एसिड पाया जाता है जो कि हमारी मांसपेशियों को सुदृढ़ और मजबूत करने में बहुत सहायक होता है। इसके साथ ही शहद का सेवन करने से हमें दोबारा से नई ऊर्जा मिलती है। शहद सात्विक होता है। इसके प्रयोग से हमारा मन पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जो लोग लगातार शहद का सेवन करते रहते हैं उनको थकावट और कमजोरी महसूस नहीं होती है।

5. आंखों की रोशनी बढ़ाने वाला है शहद

जिन व्यक्तियों की दृष्टि कमजोर हो गई है या जिनको चश्मा लग चुका है। उन लोगों के लिए शहद बहुत लाभदायक है। इस रोग में शहद का आपने इस प्रकार प्रयोग करना है कि एक कटोरी ले ले उसमें एक चम्मच शहद डाल दें। सफेद प्याज ले ले। इसका एक चम्मच रस निकालकर उस कटोरी में डाल दें। अब एक चम्मच शहद और एक चम्मच प्याज का रस हो गया। अब इन दोनों को अच्छे से मिला ले। मिलाने के बाद यह लिक्विड टाइप में हो जाएगा। अब आपको अपनी दोनों आंखों में एक-एक बूंद यह मिश्रण डालना है। इस प्रयोग से आपकी दृष्टि दोबारा से तेज हो जाएगी और आंखों का चश्मा भी हट जाएगा।

6. चश्मे का नंबर कम करने में सहायक

आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए शहद को खाने में भी प्रयोग किया जाता है। इस प्रयोग में एक चम्मच आंवला पाउडर और एक चम्मच शहद का सुबह-शाम प्रयोग करने से आंखों की रोशनी बढ़ने शुरू हो जाती है और अगर चश्मा लगा हो तो चश्मे का नंबर भी धीरे-धीरे घटना शुरू हो जाता है। अगर किसी कारण से आंवले का पाउडर उपलब्ध नहीं हो पाता है तो आप हर आंवले का एक चम्मच रस ले लें और उसमें एक चम्मच शहद मिला लें और सुबह-शाम खाली पेट इस मिश्रण का सेवन करें तो यह चश्मे का नंबर भी ठीक करेगा और दृष्टि भी बढ़ाएगा।

7. पाचन शक्ति को बढ़ाता है शायद

जिन व्यक्तियों की पाचन शक्ति कमजोर है। भूख बहुत कम लगती है या कुछ खाने से पेट में गैस बनती है। भोजन अच्छे से पच नहीं पाता है। इस प्रकार के रोग में एक चम्मच शहद, एक चम्मच अदरक का रस खाना खाने के बाद प्रयोग कीजिए। यह प्रयोग करने से आपको कभी गैस नहीं बनेगी। आपका पेट भी हमेशा ठीक रहेगा। शहद में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हाथों को ताकत देते हैं और जब आंतों को ताकत मिलती है तो भोजन आसानी से पचता है और जब भोजन अच्छे से पच जाता है तो इस शरीर को पूरी ताकत देता है।

8. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक

जिन व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है। उन लोगों के लिए आंवले का रस, गिलोय का रस और शहद का रस मिलाकर इस्तेमाल करना बहुत ज्यादा फायदेमंद है। अगर आपको यह सभी चीजें ना मिल पाए तो आप दूध में शहद मिलाकर भी पी सकते हैं। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती जाती है और आप लोगों से दूर होते चले जाते हैं। दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती जाती है।

9. एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण है शहद में

मित्रों, कई बार चोट लग जाती है या कट लग जाता है या कई बार चोट में से खून बहना शुरू हो जाता है। कोई घाव हो गया हो। शहद के अंतर एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं। साथ ही साथ एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण भी पाए जाते हैं। इन समस्याओं में अपने घाव चोट आदि को अच्छे से साफ करके उसके ऊपर शहद लगाकर फिर पट्टी बांध ले। ऐसा करने से आपका फोड़ा, फुंसी, घाव, चोट आदि जड़ से ठीक हो जाएंगे।

10. जवानी को स्थायी रखने वाला है शायद

जवान बने रहने के लिए या बुढ़ापे को थोड़ा टालने के लिए भी शहद उत्तम है। इसके लिए आपको एक गिलास दूध में एक से दो चम्मच शहद डालकर सोने से एक घंटा पहले पीना है। इस प्रयोग से आपकी जवानी बरकरार रहेगी और बुढ़ापा बहुत धीरे-धीरे आएगा।

11. शुगर में शहद का प्रयोग कैसे करें

शुगर के रोगियों या मधुमेह के रोगियों के मन में यह कंफ्यूजन होता है कि शहर लेना चाहिए या नहीं क्योंकि शायद स्वाद में बहुत मीठा होता है और मीठे को मधुमेह के रोगियों के लिए मना किया जाता है। इसलिए मधुमेह के रोगियों के अंदर यह कंफ्यूजन होता है कि शहद को ले या ना ले। इन रोगियों के लिए आयुर्वेद में शहद लेने की सलाह दी गई है लेकिन बहुत कम मात्रा में। अर्थात चौथाई चम्मच या आधा चम्मच अपनी शुगर के लेवल के अनुसार ले सकते हैं।

12. विटामिंस और मिनरल्स है शहद में 

विटामिंस और मिनरल्स की पूर्ति करने के लिए भी शहद अच्छा है। कई बार मसूड़ों में बदबू आती है और मसूड़ों में खून भी आता है। जिसे हम पायरिया बोलते हैं। हड्डियों में कैल्शियम भी कम हो जाता है जिसकी वजह से दांतों में समस्या आनी शुरू हो जाती है। दांत भुरने लग जाते हैं। ऐसे व्यक्तियों के लिए एक गिलास दूध में एक से दो चम्मच शहद मिलाकर पीना फायदेमंद होता है और ऐसे व्यक्ति शहद को मसूड़ों पर मालिश भी कर सकते हैं। जिससे मसूड़ों और दांतों की समस्या में राहत आती है।

13. पुरुष रोगों को ठीक करने में सहायक

शहद पुरुष रोगों में भी बहुत अच्छा काम करता है। जिन व्यक्तियों की शुक्राणुओं में कमी है। वीर्य गाढ़ा नहीं है। वीर्य में पतलापन है। स्वप्नदोष आदि बीमारियों से ग्रसित हैं। इस रोग में भी आपको एक गिलास दूध में एक से दो चम्मच शहद मिलाकर प्रतिदिन रात को खाना खाने के 1 घंटा बाद सेवन करना है। शहद में वीर्य को पोस्ट करने के गुण पाए जाते हैं। नसों की कमजोरी को दूर करने के गुण भी पाए जाते हैं। इसलिए पुरुष रोगों में शहद का सेवन लाभदायक होता है।

14. पित्त प्रकृति वालों को शहद का इस्तेमाल ध्यान से करना चाहिए

शहद की प्रकृति गर्म होती है। इसलिए पित्त प्रकृति वालों को इसका अधिक प्रयोग नहीं करना चाहिए। पित्त प्रकृति वाले अगर इसका प्रयोग अधिक करते हैं तो उनको पेट में गर्मी, शरीर में खारिश खुजली और पेट में जलन महसूस होती है। इसी प्रकार के छोटे बच्चों को ज्यादा मात्रा में दे दिया जाए तो उनको दस्त लग जाते हैं। इसलिए इसका प्रयोग छोटे बच्चों के लिए मात्रा के अनुसार ही कीजिए।

15. कफ रोगों में बहुत फायदेमंद है शहद

कफ के रोगों को दूर करने में शहद बहुत अच्छा काम करता है। उदाहरण के लिए मोटापा, वजन बढ़ना, सर्दी जुकाम, थायराइड, ब्लॉकेज होना, फैटी लीवर आदि। यह सभी बीमारियां कफ की बीमारी है। इन सभी बीमारियों में शहद बहुत लाभदायक है। बहुत ज्यादा नींद आना, आलस आना, दमा, अस्थमा इन बीमारियों में भी शहद फायदेमंद है।

निष्कर्ष

मित्रों, shahad ke fayde कई रोगों को ठीक करने में शहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्वस्थ व्यक्ति भी शहद को ले सकता है। shahad ke fayde कफ रोगों में शहद अमृत के समान है। इसलिए कफ रोगी को शहद का सेवन अवश्य करना चाहिए। पित्त प्रकृति वालों को शहद का इस्तेमाल थोड़ी कम मात्रा में करना चाहिए या किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक के सानिध्य में इसका प्रयोग करना चाहिए। शहद हल्का सा वात बढ़ाने वाला भी होता है। वैसे तो बात प्रकृति वाले इसका इस्तेमाल निसंदेह कर सकते हैं लेकिन वात अगर ज्यादा बढ़ा हुआ हो तो आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें।
धन्यवाद।
shahad ke fayde / शहद के फायदे और इसके औषधीय गुण shahad ke fayde / शहद के फायदे और इसके औषधीय गुण Reviewed by Chandra Sharma on June 09, 2020 Rating: 5

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