health tips in hindi / 13 अनमोल स्वास्थ्य सुझाव


नमस्कार मित्रों
आज की इस आर्टिकल में मैं कुछ ऐसी अनमोल बातें या स्वास्थ्य सुझाव health tips in hindi लाया हूं जिन को अपनाने से आपका शारीरिक और मानसिक विकास अवश्य होगा। यदि आप रोगी हैं तो आप स्वस्थ हो जाएंगे अगर आप निरोगी हैं तो कभी बीमार नहीं पड़ेंगे। 
मैंने ऐसे 13 पॉइंट्स बनाए हैं जो कि हर व्यक्ति को पालन करने चाहिए। इनको पालन करने से हमारा चहुंमुखी विकास होगा। हमारा शरीर और मन दोनों पर नियंत्रण हो जाएगा और हम अपना जीवन आनंद से युक्त होकर जी पाएंगे।

health tips in hindi / 13 अनमोल स्वास्थ्य सुझाव 

1. ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए

 सुबह हमेशा सूर्योदय से पहले उठना चाहिए। हो सके तो ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए। ब्रह्म मुहूर्त 3:00 से लेकर 4:00 के बीच का समय होता है। ब्रह्म मुहूर्त मैं उठने को इसलिए कहा गया है क्योंकि उस समय वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बहुत अधिक होती है। वातावरण बिल्कुल शांत होता है। इस समय हम ध्यान, योग प्राणायाम आदि बहुत अच्छे तरीके से कर सकते हैं और इसका हम को अधिकतम लाभ होता है।

2. ब्रह्म मुहूर्त में उठने से पहले तैयारी

अगर आपको सुबह सूर्योदय से पूर्व उठना है या ब्रह्म मुहूर्त में उठना है तो आपको इसकी तैयारी 1 दिन पहले से करनी होगी अर्थात आपको रात को जल्दी सो सोना होगा। तभी आप सुबह जल्दी उठ पाएंगे। अगर आपको जल्दी सोना है तो आपको जल्दी खाना भी खाना होगा क्योंकि अगर आप ही देर रात खाना खाते हैं तो आप को जल्दी से नींद नहीं आ पाएगी।

3. कब्ज को दूर करना अत्यंत आवश्यक है

ब्रह्म मुहूर्त में उठने के पश्चात आपको शौच के लिए जाना है। कई बार ऐसा होता है कि कब्ज के कारण सुबह हमारा पेट साफ नहीं होता है। कब्ज को ठीक करने के लिए बहुत सी आयुर्वेदिक औषधियां है जैसे कि मुनक्के का प्रयोग, आमला का प्रयोग, त्रिफला का प्रयोग आदि कर सकते हैं।

4. व्यायाम भी स्वस्थ शरीर के लिए बहुत जरूरी है

ब्रह्म मुहूर्त में उठने के पश्चात शौच आदि से निवृत होने के पश्चात प्राणायाम सूर्य नमस्कार आसन और व्यायाम आदि अवश्य करना चाहिए। ऐसा व्यायाम प्रतिदिन जरूर करना चाहिए जिससे शरीर में से पसीना निकले। पसीने के रास्ते हमारे शरीर में मौजूद टॉक्सिंस बाहर निकल जाते हैं।

5. शरीर के साथ-साथ मन को भी स्वस्थ रखना परम आवश्यक है

व्यायाम से हमारा स्वस्थ शरीर स्वस्थ होता है। परंतु अगर हमें अपना मन स्वस्थ बनाना है तो प्रभु का ध्यान करना होगा और प्रभु के बताए हुए मार्ग पर चलना होगा। मन को स्वस्थ रखने के लिए या शांत रखने के लिए हमें ध्यान, ज्ञान, भक्ति के मार्ग पर चलना होगा। ध्यान के द्वारा हमें अपनी इंद्रियों पर काबू पाना होगा। जैसे जैसे हमारा इंद्रियों पर काबू होता जाएगा वैसे वैसे हमें हमारी इच्छाओं पर भी नियंत्रण होता जाएगा। क्योंकि इच्छाएं ही दुख का कारण है। जब इच्छाएं हमारे नियंत्रण में आ जाएंगी तो हमारा मन शांत हो जाएगा।

6. कम बोलने की आदत बहुत अच्छी आदत है

हमें कम से कम बोलना चाहिए। जितना हो सके केवल आवश्यक बात करनी चाहिए। पहला तो अधिक बोलने से हमारे शरीर की ऊर्जा बहुत अधिक व्यय होती है। दूसरा प्राय ऐसा देखा गया है जो व्यक्ति ज्यादा बोलता है उसके मुंह से कुछ ना कुछ गलत निकल ही जाता है। इसलिए कम बोलने की आदत डालिए और ज्यादा सुनने की आदत डालिए।

7. आंवला और एलोवेरा का रस सेहत के लिए बहुत ही उपयोगी

आंवला का रस और एलोवेरा के रस दोनों एक एक चम्मच मिलाकर इसका सेवन करना चाहिए। आंवला और एलोवेरा दोनों ही हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। आंवला और एलोवेरा के प्रयोग से हमारे शरीर की लगभग सभी बीमारियां समाप्त होती है। स्वस्थ व्यक्ति को भी निरोगी रहने के लिए यह प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

8. बार-बार खाते रहने की आदत सही नहीं है

आजकल की जीवन शैली में प्राय देखा गया है कि लोग हर घंटे में कुछ न कुछ खाते ही रहते हैं। कभी चाय, कभी बिस्किट, कभी फास्ट फूड, कभी घर का खाना इत्यादि। ऐसा करते रहने से हमारे शरीर के सभी अंग भोजन को पचाने में व्यस्त रहते हैं। उन पर अधिक दबाव पड़ता है। अंगों के सेल्स जल्दी बूढ़े हो जाते हैं। जिससे इंसान भी जल्दी पूरा हो जाता है। इसलिए आयुर्वेद में कहा गया है कि एक समय खाने वाला योगी, दो समय खाने वाला भोगी, और तीन समय खाने वाला रोगी। एक समय खाना आजकल के हिसाब से बहुत मुश्किल हो गया है। लेकिन दो बार तो हम कर ही सकते हैं।
व्यक्ति को दो बार से अधिक भोजन नहीं करना चाहिए। दो भोजन करने का अंतराल कम से कम 8 घंटे का होना चाहिए। उदाहरण के रूप में अगर हमने सुबह 10:00 बजे भोजन किया है तो हमें शाम को 6:00 बजे भोजन करना चाहिए।

9. फलों का सेवन अत्यंत आवश्यक

आयुर्वेद के अनुसार फलों का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए। पके भोजन का सेवन कम करना चाहिए। फलों का सेवन करने से हमारा शरीर क्षारीय हो जाता है और आयुर्वेद में यह कहा गया है जिसका शरीर क्षारीय होता है उसको रोक लगने की संभावना बहुत कम होती है। इसके विपरीत यदि हम पक्का भोजन ज्यादा करते हैं तो हमारा शरीर अमलीय हो जाता है। अम्लीय शरीर में बीमारी होने की संभावनाएं अधिक होती है।

10. भोजन को अच्छे से चबा चबाकर करना बहुत जरूरी

भोजन को कम से कम 32 बार चबाकर करना चाहिए। भोजन को अधिक बार चबाने से उसमें लार अधिक मात्रा में मिल जाती है। लार क्षारीय होती है। अधिक चबाने से पका हुआ भोजन भी क्षारीय बन जाता है क्योंकि उसमें लार अधिक मात्रा में मिल जाती है। आयुर्वेद के अनुसार क्षारीय भोजन हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसलिए भोजन को अच्छे से चबा चबा कर ही करना चाहिए। जितना अधिक आप भोजन को चबा चबाकर खाएगें उतनी ही जल्दी भोजन पच जाएगा। इससे हमारे अंदरूनी अंगों जैसे की लीवर किडनी आदि पर कम दबाव पड़ेगा।

11. निरोगी काया के लिए फास्ट फूड से दूरी बना कर रखना जरूरी

आजकल अक्सर देखा जा रहा है कि बच्चे फास्ट फूड की तरफ आकर्षित हो रहे है। फास्ट फूड जैसे कि चाऊमीन, बर्गर पास्ता, मैगी, चाइनीस फूड आदि होते है। यह सभी फास्ट फूड हमारी सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक होते हैं। अधिकतर सभी मैदे से बने होते हैं। इनमें फाइबर की मात्रा बिल्कुल भी नहीं होती है। बहुत से खतरनाक केमिकल का इस्तेमाल होता है इन फास्ट फूड को बनाने के लिए। किसी भी प्रकार की न्यूट्रीशन वैल्यू इन में नहीं होती। अर्थात इन में पौष्टिक तत्व बिल्कुल भी नहीं होते हैं। इनके खाने से मोटापा बहुत तेजी से बढ़ता है। इनको खाने से पेट की समस्याएं भी धीरे-धीरे बढ़ती जाती हैं। जैसे की कब्ज, गैस, मोटापा, एसिडिटी, अल्सर आदि। चाहे व्यक्ति स्वस्थ हो या रोगी हो किसी भी व्यक्ति को फास्ट फूड नहीं खाना चाहिए। घर का शुद्ध सात्विक और पौष्टिक भोजन ही करना चाहिए।

12. भूख से थोड़ा कम भोजन करना चाहिए

भोजन हमेशा भूख से कम ही करना चाहिए। वैसे तो सुबह और शाम का भोजन भी इसी प्रकार करना चाहिए कि भूख से कम खाना चाहिए। लेकिन शाम का भोजन विशेष रूप से हल्का होना चाहिए। क्योंकि शाम के भोजन के पश्चात हम अधिक शारीरिक परिश्रम नहीं करते हैं। इसलिए भोजन अगर हल्का और सुपाच्य हैं तो आसानी से पच भी जाएगा और शरीर को उसका भरपूर लाभ मिलेगा।

13. ब्रम्हचर्य जीवन का आधार है

वीर्य हमारे शरीर का वह आधार है जिस पर यह संपूर्ण शरीर खड़ा हुआ है। भारतीय संस्कृति में ब्रह्मचर्य अत्यंत आवश्यक माना गया है। आजकल देखा जा रहा है कि टीवी के कारण, मोबाइल के कारण अश्लील सामग्री परोसी जा रही है। जिसके कारण आजकल का युवा अपने ऊपर नियंत्रण नहीं रख पा रहा है। आजकल का युवा ब्रह्मचर्य का पालन नहीं कर पा रहा है। मैं सभी युवाओं को बताना चाहूंगा कि ब्रह्मचर्य हमारे शरीर का आधार है। एक बार आप ब्रम्हचर्य की शुरुआत कर के देखिए। फिर धीरे-धीरे आप अपने आप में एक अनोखी ऊर्जा का अनुभव करेंगे। आपका शरीर स्वस्थ होता चला जाएगा, मजबूत होता चला जाएगा। आप हमेशा प्रसन्न रहेंगे। आपका आत्मविश्वास बढ़ता चला जाएगा। आप सही को सही और गलत को गलत की पहचान करना सीखते चले जाएंगे।

मित्रों वीर्य का बहुत अधिक महत्व है। आप एक बार सोच कर देखिए जिसको बहाने में शरीर को इतना सुख प्राप्त होता है। अगर हम उसको अपने अंदर रोककर रखें तो हमें कितना सुख प्राप्त होगा। इसलिए मैं आप सभी से प्रार्थना करता हूं कि आप एक बार ब्रह्मचर्य का पालन कर कर देखिए। आप ब्रह्मचर्य का पालन करेंगे तो आप अपने आप ब्रम्हचर्य में निपुण होते जाएंगे। आपको काम उत्तेजना सता नहीं पाएगी। कुछ दिन के ब्रह्मचर्य के पश्चात आपको अपने ऊपर विश्वास बढ़ता जाएगा और धीरे-धीरे आप ब्रम्हचर्य के मार्ग पर बढ़ते जाएंगे। आपका शरीर और आपका मन तेजस्वी हो जाएगा। आपका आप अपने मन के ऊपर पूर्ण नियंत्रण होता चला जाएगा और जिसका मन पर नियंत्रण हो गया वह तो समझो राजा ही बन गया।

निष्कर्ष

मित्रों, health tips in hindi आयुर्वेद में कहा गया है कि अगर शरीर स्वस्थ है और मन स्वस्थ नहीं है तो उस व्यक्ति को पूर्ण स्वस्थ नहीं कहा जा सकता। स्वस्थ होने के लिए मन और शरीर दोनों का स्वस्थ होना बहुत ही आवश्यक है। व्यायाम जिम आदि से हम अपना शरीर को तो स्वस्थ कर सकते हैं परंतु मन को स्वस्थ करना इन बाहरी चीजों के बस की बात नहीं है। अपने मन को स्वस्थ करने के लिए हमें अपने अंदर झांकना होगा। अपने अवगुणों को पहचानना होगा। अपने आप को प्रभु को समर्पित करना होगा। जैसे जैसे हम अपने अंदर मंथन करते चले जाएंगे वैसे वैसे हम अपने को पहचानते जाएंगे और जब हम अपने को पहचानने लग जाएंगे तो हम अपने मन को अपने नियंत्रण में कर लेंगे। जब हमारा मन पर नियंत्रण में होगा तो हमारा मन शांत हो जाएगा। इसलिए हमें अपने मन और शरीर दोनों को साधना है।
धन्यवाद।
health tips in hindi / 13 अनमोल स्वास्थ्य सुझाव health tips in hindi / 13 अनमोल स्वास्थ्य सुझाव Reviewed by Chandra Sharma on June 23, 2020 Rating: 5

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