गुड़ के फायदे / gud ke fayde

नमस्कार मित्रों
गन्ने के रस से सीरा बनाया जाता है और सीरा से गुड़ बनाया जाता है। जैसा कि आजकल हम देख रहे हैं कि अधिकतर लोग चीनी का प्रयोग करते हैं। किसी भी प्रकार के मीठे पकवान को बनाने के लिए चीनी का प्रयोग किया जाता है। चीनी के प्रयोग का यह चलन पिछले लगभग 20 सालों से बहुत ज्यादा हो चुका है। इससे पहले लोग गुड़ का और शक्कर का प्रयोग करते थे। दोस्तों चीनी बनाने की प्रक्रिया में बहुत सारे केमिकल्स का इस्तेमाल होता है और चीनी बनाने की प्रक्रिया में जब तक चीनी बनती है तब तक उसके सारे पोषक तत्व समाप्त हो जाते हैं अर्थात चीनी की न्यूट्रिशन वैल्यू जीरो हो जाती है। 
हम कह सकते हैं कि चीनी मीठे केमिकल्स के अलावा कुछ नहीं है। जबकि गुड बनाने में केमिकल्स का इस्तेमाल ना के बराबर होता है और बिना केमिकल्स के भी गुड़ बन जाता है लेकिन वह देखने में आकर्षक नहीं होता। इसके साथ ही साथ गुड में बहुत से प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जैसे कि कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिंस आदि। इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं gud ke fayde के बारे में।

गुड़ के फायदे  / gud ke fayde

मित्रो इस आर्टिकल में हम आपको गुड़ के लगभग 30 फायदों के बारे में बताने जा रहे है। इन फायदों के बारे में हमें आयुर्वेदिक ग्रंथो और लोगो के अनुभव से पता चला है। फिर भी आप इन फायदों को दोबारा किसी आयुर्वेदिक चिकिस्तक से जान लें।

1. भोजन के पश्चात थोड़ा सा गुड़ खाने से भोजना से अच्छे से पच जाता है और एसिडिटी भी नहीं होती है। वैसे तो हमें जितनी भूख हो उससे कम भोजन करना चाहिए। लेकिन कई बार लोग आवश्यकता से अधिक भोजन कर लेते हैं। उस समय उन्हें अपच की प्रॉब्लम हो जाती है। पेट भारी-भारी सा महसूस होता है। उस समय उनको गुड़ की डली को 5 से 10 मिनट चूसते रहना चाहिए। इससे भोजन अच्छी प्रकार से पच जाता है।

2. चीनी की अपेक्षा गुड़ खाना अधिक लाभदायक है क्योंकि गुड़ बनाने की प्रक्रिया में केमिकल का इस्तमाल ना के बराबर होता है। चीनी की न्यूट्रिशन वैल्यू जीरो होती है यानी उसमें पोषक तत्व के नाम पर कुछ भी नहीं होता है जबकि गुड पोषक तत्वों का भंडार है।

3. गुड़ की प्रकृति गर्म होती है इसलिए सर्दियों में गुड़ खाना विशेष रूप से लाभप्रद है। इसलिए सर्दियों से होने वाली बीमारियां जैसे कि सर्दी, जुकाम आदि में लाभ होता है। विशेष रूप से गर्मियों में पित्त प्रकृति वालों को गुड़ का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए।

4. गुड़ खाने से कब्ज की शिकायत दूर होती है। रात को सोते समय एक गुड़ की डली खाकर ऊपर से एक गिलास गर्म दूध पी लिया जाए तो सुबह पेट खुलकर साफ होता है।

5. गुड़ कफ दोष को समाप्त करने वाला होता है। गुड़ कफ को खत्म करने वाला होता है यानी कि जो बलगम बनती है उसको खत्म करने वाला होता है।

6. गुड़ में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे कि विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी और थोड़ी मात्रा में विटामिन ए। गुड़ में calcium और phosphorus भी पाया जाता है।

7. गुड़ शरीर में खून की कमी को दूर करने में सहायक होता है। गुड़ खाने से खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है। इस प्रकार यह एनीमिया रोग में लाभदायक है।

8. गुड़ वाले चावल खाने से गला बैठने की समस्या में आराम मिलता है। गुड़ वाले चावल बनाने की विधि आप यूट्यूब पर सर्च कर सकते हैं।

9.गुड पाचन क्रिया को सुधारने में भी लाभकारी है। गुड़ के साथ जीरा खाने से भूख बढ़ती है और अपच की समस्या भी धीरे-धीरे दूर हो जाती है।

10. गुड वात दोष को कम करने वाला होता है। अतः गुड़ खाने से वात रोग समाप्त होते हैं। गठिया, बाय के रोग में भी गुड़ का सेवन करना चाहिए।

11. सर्दी के मौसम में सर्दी के प्रकोप से बचने के लिए गुड़ और काले तिल के लड्डू खाने चाहिए। इसको खाने से सर्दी और जुकाम नहीं लगते हैं।

12. दमा रोग होने पर भी गुड़ खाना लाभदायक है। 15 से 20 ग्राम गुड के साथ 15 से 20 ग्राम सरसों के तेल को मिलाकर चाटने से दमा रोग में और सूखी खांसी में लाभ होता है।

13. चीनी की अपेक्षा गुड़ में शुगर की मात्रा कम होती है और लगातार चीनी खाते रहने से डायबिटीज रोग के होने का खतरा बढ़ जाता है जबकि गुड़ में शुगर का लेवल कम होने के कारण इसको हम थोड़ी मात्रा में भी ले सकते हैं।

14. सर्दियों में मूंगफली और गुड़ से बनी गच्चक जरूर खानी चाहिए। एक तो इसकी प्रकृति गर्म होती है दूसरा यह शरीर को पोषण देने वाली होती है अर्थात पोषक तत्व से भरपूर होती है।

15. हृदय रोग में भी गुड खाना लाभदायक होता है। यह दिल को ताकत देने वाला होता है।
यह हृदय की कमजोरी दूर करता है और शरीर की कमजोरी भी दूर करता है।

16. आंवले के चूर्ण के साथ गुड़ का सेवन करने से वीर्य वृद्धि होती है। ब्रह्मचर्य में सहायता मिलती है। शरीर बलवान और पुष्ट होता है। इस प्रकार सेवन करने से पेट के कीड़े भी खत्म होते हैं और पेशाब में जलन की समस्या भी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है।

17. पेट दर्द में गुड़ के साथ अजवाइन खाने से लाभ मिलता है। भोजन करने के बाद गुड़ को धीरे धीरे चूसने से अम्ल पित्त नहीं बनता है और भोजन अच्छे से पद जाता है। इस प्रकार से गुड़ का सेवन करने से पेट में गैस भी नहीं बनती है।

18. खून की खराबी होने में गुड़ का सेवन करना चाहिए। गुड़ खून के दोषों को दूर करता है। गुड़ रक्त की मात्रा को बढ़ाने के साथ-साथ इसको शुद्ध भी करता है।

19. गुड में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है और शरीर में खून को बढ़ाने में आयरन की महत्वपूर्ण भूमिका 
होती है इसलिए जिन को खून की कमी है या एनीमिया है उनको गुड़ जरूर खाना चाहिए। मुख्य रूप से महिलाओं के लिए इसका सेवन बहुत लाभदायक है।

20. गुड़ को अदरक या सोंठ के साथ खाने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है क्योंकि यह वात रोगों को ठीक करने वाला होता है और शरीर के वात दोष को कम करता है।

21. गुड़ का हलवा बनाकर खाने से याददाश्त बढ़ती है। गुड़ का हलवा कैसे बनाया जाए ये आप यूट्यूब पर सर्च कर सकते हैं।

22. गुड को सोंठ के साथ खाने से यह लीवर को ताकत देता है और पीलिया रोग में भी यह प्रयोग बहुत लाभदायक है।

23. जब शरीर में कफ दोष बढ़ जाता है उस समय शरीर में फास्फोरस की मात्रा कम हो जाती है और गुड में फास्फोरस सबसे ज्यादा मात्रा में पाया जाता है इसलिए कफ रोग को ठीक करने के लिए गुड खाने की सलाह दी जाती है।

24. बाजार से गुड़ लेते समय हमें सावधानी रखनी चाहिए। आजकल पैसे के लालच में कुछ लोग जो गुड़ बनाते हैं, वो गुड़ बनाते समय इसमें बहुत से केमिकल्स का इस्तेमाल करते हैं जिससे गुड सफेद दिखाई दे सके, आकर्षक दिखाई दें ताकि गुड लेने वाला व्यक्ति खुश होकर गुड़ ले सके लेकिन इस तरह के गुड़ में केमिकल्स की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसलिए इस तरह का गुड़ नहीं लेना चाहिए।

25. गुड पशुओं के लिए भी बहुत अच्छा रहता है। हमारे देश में वर्ष के निश्चित समय पर पशुओं को गुड़ खिलाने की पुरानी परंपरा है। इस परंपरा के पीछे का वैज्ञानिक तथ्य यह है कि गुड़ खिलाने से पशुओं का पाचन तंत्र ठीक रहता है। उनको पोषण मिलता है। पशुओं के बच्चे भी स्वस्थ और ताकतवर पैदा होते हैं।

26. जो युवा व्यायाम करते हैं या जिम जाते हैं उनको मीठे के रूप में गुड़ का ही सेवन करना चाहिए। इसमें फॉस्फोरस, कैल्शियम आदि सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं जो कि शरीर को सुदृढ़ और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब शरीर को सभी पोषक तत्व मिलते हैं तो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शरीर में बल का बल बढ़ता है। मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत होती हैं और संपूर्ण शरीर शक्तिशाली हो जाता है।

निष्कर्ष

मित्रों, जैसा कि हमने विस्तार से gud ke fayde के बारे में जाना। इन्हीं गुणों के कारण गुड़ का प्रयोग हमको अवश्य करना चाहिए। दोस्तों गुड में जितने गुण हैं उतने ही दोष चीनी में है। चीनी अवगुणों का भंडार है। वह सिर्फ एक जहरीला मीठा है। ना तो उसमें पोषक तत्व के नाम पर एक भी पोषक तत्व है उल्टा विभिन्न प्रकार के केमिकल्स हैं जो कि हमारे शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक है।

अगर सर्दियां है तो निश्चित ही हमें गुड़ का प्रयोग करना चाहिए और अगर गर्मियां हैं तो हमें धागे वाली मिश्री का प्रयोग करना चाहिए मीठे के रूप में। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि गुड़ की तासीर गर्म होती है तो सर्दियों में इसे खाना विशेष लाभप्रद है। वैसे तो इसे गर्मियों में भी खाया जा सकता है लेकिन थोड़ी कम मात्रा में खाएं और गर्म प्रकृति वाले गर्मियों में ना खाएं तो ही अच्छा है। धागे वाली मिश्री में कोई भी केमिकल नहीं होता और उस की तासीर ठंडी होती है इसलिए धागे वाली मिश्री का प्रयोग गर्मियों में करना विशेष लाभकारी है। 

मैं आपसे फिर कह रहा हूं कि आप चीनी का प्रयोग बिल्कुल बंद कर देना और अगर मजबूरी में करना ही पड़े तो बिल्कुल अल्प मात्रा में करें क्योंकि चीनी बीमारियों की जड़ है। शुगर, मोटापा, बालों का सफेद होना, उम्र का जल्दी बढ़ना, मेटाबॉलिज्म कमजोर पड़ जाना, इन सभी रोगों को बढ़ाने में चीनी की अहम भूमिका है। इसलिए चीनी को छोड़ना ही अच्छा है। आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
धन्यवाद।
गुड़ के फायदे / gud ke fayde  गुड़ के फायदे  / gud ke fayde Reviewed by Chandra Sharma on May 29, 2020 Rating: 5

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