असफलता से बचने के लिए जरूरी हैं ये तीन गुण...

असफलता से बचने के लिए जरूरी हैं ये तीन गुण...
सारे व्यावसायिक प्रयास कुल मिलाकर धन के आसपास केंद्रित रहते हैं। यह धन कमाने का दौर है। जब इसका नशा चढ़ता हैतो आदमी अच्छे और बुरे तरीके पर ध्यान नहीं देता।अपने व्यावसायिक जीवन में धन कमाने को तीन बातों से जोड़े रहिए- योग्यतापरिश्रम और ईमानदारी।


ये त्रिगुण जिसके पास हैंवह किसी भी व्यावसायिक व्यवस्था में शेर की तरह होगा। शेर का सामान्य अर्थ लिया जाता है हिंसक पशुलेकिन यहां शेर से अर्थ समझा जाए जिसके पास नेतृत्व कीयानी राजा बनने की क्षमता।

एक पुरानी कहानी है। एक शेर का बच्च माता-पिता से बिछड़ भेड़ों के झुंड में शामिल हो गया। उनके साथ रह उसकी चाल-ढालरंग-ढंग सब बदल गए। संयोग से किसी शेर ने भेड़ों के उस काफिले पर हमला किया। भेडें भागींतो शेर का बच्च भी भागा। हमलावार शेर को समझ में आ गया।

उसने भेड़ों को छोड़ा और उस शेर के बच्चे को पकड़ा। पानी में चेहरा दिखाया और कहा- तू मेरे जैसा है। तू शेर हैसबसे अलगसबसे ऊपर। हमारे साथ ऐसा ही होना चाहिए। हमारे त्रिगुण हमें आईना दिखाते हैं कि हमें योग्यतापरिश्रम और ईमानदारी से धन कमाना है।

संस्थानों में अनेक लोगों की भीड़ होगीपर हमें सबसे अलग रहना है। जो धन हम कमा रहे हैं वह तभी शुद्ध होगा और हमें अपनी सफलता के साथ शांति भी देगा। शास्त्रों में लिखा है- सर्वेषामेव शौचानामर्थशौचं पर स्मृतम्। योर्थै शुचिहिं स शुचिर्न मृद्वारिशुचि: शुचि:।। सभी शुद्धियों में धन की शुद्धि सर्वोपरि है।

वास्तव में वही शुद्ध है जो धन से शुद्ध है। जल और मिट्टी की शुद्धि कोई शुद्धि नहीं है। धन कमाने के मामले में हमारे ये त्रिगुण हमें बार-बार सामान्य लोगों की भीड़ से अलगविशिष्ट बनाएंगे। अब जो समय है वह माचिस से आग जलाने का नहीं रहा। अब तो अपने व्यक्तित्व के तेज से प्रकाश फैलाने का वक्त है।

किसी भी संस्थान में इंसानों का ढेर होगा। उसमें यदि पूरे और सलामत आप दिखना चाहें तो लगातार अपने इन त्रिगुणों पर टिके रहिए और योग-प्राणायाम को थोड़ा समय जरूर दीजिए। यह बात सच है कि अपने विषय में सच्चई से कुछ कहना प्राय: कठिन होता हैक्योंकि स्वयं के अंदर दोष देखना सभी को अप्रिय लगता हैलेकिन आपके द्वारा अपने दोषों का अनदेखा करना दूसरों को अप्रिय लगता है।
असफलता से बचने के लिए जरूरी हैं ये तीन गुण... असफलता से बचने के लिए जरूरी हैं ये तीन गुण... Reviewed by Naresh Ji on February 15, 2022 Rating: 5

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