देसी गाय का घी के लाभ
* सिर दर्द, माइग्रेन व अन्य समस्या में गाय के देसी घी से इलाज: यदि आपको सिर दर्द, माइग्रेन है, तो इसकी सबसे अच्छी दवा होती है, गाय का शुद्ध देसी घी। गाय के देसी घी को हल्का गुनगुना करके दोनों नाकों में दो-दो बूंद डाले और फिर सो जाइए। इससे सभी तरह के सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या ठीक हो जाती है। गाय के देसी घी की दो-दो बूँदे दोनों नाकों में डालने से सिर्फ सिर दर्द, माइग्रेन ही नहीं बल्कि इसके अलावा और बहुत-सी बीमारियां ठीक हो जाती है।
जैसे- यदि आपको रात में नींद नहीं आती और बिस्तर पर करवटें बदलते रहते हैं। तो आप गाय के देसी घी की दो-दो बूंदे दोनो नाकों में डालकर सो जाइए। इससे आपको बहुत अच्छे से नींद भी आ जाएगी और धीरे-धीरे यह आदत भी बदल जाएगी। कई लोगों को रात में खर्राटे लेने की आदत होती है, तो वो लोग गाय के देसी घी की दो-दो बूंदे दोनों नाकों में डालें और खर्राटे की समस्या से छुटकारा पा ले।
यदि किसी को साइनस की समस्या है, फिर वो चाहे कितने भी पुरानी क्यों न हो। यदि वह लोग भी अपनी दोनों नाकों में गाय के देसी घी की दो-दो बूंद डालते है, तो उनकी यह समस्या भी दूर हो जाएगी। नाक में हड्डी बढ़ जाना, नाक में मांस का बढ़ जाना उसमें भी यह उपाय बहुत उपयोगी सिद्ध होता है। ऐसे ही आपने बहुत से लोग देखे होंगे, जिनको बहुत ज्यादा छींके आती है। हर समय छींके मारते रहते हैं और उन लोगों की नाक में से हमेशा पानी भी निकलता रहता है, तो वह लोग भी इस उपाय को कर सकते हैं।
नाक के बंद होने पर भी गाय के देसी घी की दो-दो बूंद नाक में डाली जा सकती हैं या जब किसी को ब्रेन स्ट्रॉक की बीमारी हो यानी ब्रेन के किसी हिस्से में खून का जमाव हो। तब उसको निकालने की ताकत भी इस गाय के देसी घी में होती है, जो नाक के जरिए ब्रेन में जमे हुए रक्त को निकाल कर बाहर कर देता है।
गाय का देसी घी नाक में डालने से घी ब्रेन के उस हिस्से तक पहुंच जाता है, जहां तक कोई भी दवाई भी नहीं पहुंच पाती, इसलिए; गाय के देसी घी को ब्रेन से संबंधित बीमारियां में भी बहुत फायदा होता है। सच में अद्भुत है, यह गाय का देसी घी और अकेला गाय का देसी घी ही कम से कम 30 बीमारियों को ठीक कर सकता है।
जैसे- यदि आपको रात में नींद नहीं आती और बिस्तर पर करवटें बदलते रहते हैं। तो आप गाय के देसी घी की दो-दो बूंदे दोनो नाकों में डालकर सो जाइए। इससे आपको बहुत अच्छे से नींद भी आ जाएगी और धीरे-धीरे यह आदत भी बदल जाएगी। कई लोगों को रात में खर्राटे लेने की आदत होती है, तो वो लोग गाय के देसी घी की दो-दो बूंदे दोनों नाकों में डालें और खर्राटे की समस्या से छुटकारा पा ले।
यदि किसी को साइनस की समस्या है, फिर वो चाहे कितने भी पुरानी क्यों न हो। यदि वह लोग भी अपनी दोनों नाकों में गाय के देसी घी की दो-दो बूंद डालते है, तो उनकी यह समस्या भी दूर हो जाएगी। नाक में हड्डी बढ़ जाना, नाक में मांस का बढ़ जाना उसमें भी यह उपाय बहुत उपयोगी सिद्ध होता है। ऐसे ही आपने बहुत से लोग देखे होंगे, जिनको बहुत ज्यादा छींके आती है। हर समय छींके मारते रहते हैं और उन लोगों की नाक में से हमेशा पानी भी निकलता रहता है, तो वह लोग भी इस उपाय को कर सकते हैं।
नाक के बंद होने पर भी गाय के देसी घी की दो-दो बूंद नाक में डाली जा सकती हैं या जब किसी को ब्रेन स्ट्रॉक की बीमारी हो यानी ब्रेन के किसी हिस्से में खून का जमाव हो। तब उसको निकालने की ताकत भी इस गाय के देसी घी में होती है, जो नाक के जरिए ब्रेन में जमे हुए रक्त को निकाल कर बाहर कर देता है।
गाय का देसी घी नाक में डालने से घी ब्रेन के उस हिस्से तक पहुंच जाता है, जहां तक कोई भी दवाई भी नहीं पहुंच पाती, इसलिए; गाय के देसी घी को ब्रेन से संबंधित बीमारियां में भी बहुत फायदा होता है। सच में अद्भुत है, यह गाय का देसी घी और अकेला गाय का देसी घी ही कम से कम 30 बीमारियों को ठीक कर सकता है।
इसके साथ गाय का देशी घी जितना पुराना होगा, वह उतना ही अच्छा होगा, उसकी क्वालिटी उतनी ही बढ़ती चली जाती है। एक गाय का घी ही ऐसा होता है, जो समय के बीतने के साथ-साथ उतना ही अच्छा होता चला जाता है। इस तरह गाय के देशी घी से बहुत-सी बीमारियों में फायदा मिलता है।
देसी गाय का घी के लाभ
Reviewed by Chandra Sharma
on
September 22, 2020
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