* मूत्र का वेग कभी मत रोकें: मूत्र का वेग रोकने से बहुत ज्यादा तकलीफ होती है। इसलिए इसको कभी भी रोकने की कोशिश मत करें। जब भी आपको ऐसा लग रहा है, कि मूत्र का प्रेशर बन रहा है तो तुरंत उस वेग को बाहर निकाल दीजिए। वागवट्ट जी कहते हैं, कि यदि आप मूत्र के वेग को रोकेंगे तो रक्त के सारे विकार आपके शरीर में आएंगे ही आएगें।
इसका परीक्षण भी हुआ जब मूत्र का वेग रोका गया तो तब महसूस हुआ कि जैसे- शरीर पर कोई दबाव पड़ गया हो, प्रेशर बढ़ गया हो, शरीर के हर हिस्से पर दबाव बढ़ गया हो। भारत में बहुत सारे ऐसे मरीज आते हैं, जिनको पेशाब बहुत कम आता है, प्रेशर ही नहीं बनता। तो सबसे ज्यादा तड़प उनकी जिंदगी में यह देखी जाती है, कि जब उनका पेशाब रुक जाता है अर्थात मूत्र का वेग रूक जाता है। फिर वो कहते है कि कुछ भी करो, हमें रिलीज करो। तो इसीलिए मूत्र के वेग को रोकना ठीक नहीं है। इस वेग के रूकने से आपको रक्त सम्बंधित विकार हो सकते है।
यदि आपको बार-बार मूत्र आने की समस्या होती है। हर 10 मिनट में या हर आधे घंटे में थोड़ा बार-बार मूत्र आए और पूरा खुलकर ना आए तो समझ जाइए आप कोई ना कोई बीमारी के शिकार हैं। अगर मूत्र खुलकर आ रहा है तो कोई चिंता की बात नहीं होती है। लेकिन यदि रुक रुक कर आ रहा है तो फिर समझ जाइए आप किसी न किसी बीमारी के शिकार है तो ऐसी स्थिति में आप किसी विशेषज्ञ की मदद ले और अपना उपचार करांए। यह उपचार दवा की मदद से, औषधि की मदद से संभव है।
मूत्र वेग कभी ना रोकें
Reviewed by Chandra Sharma
on
August 26, 2020
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