amla ke fayde / आमला के फायदे

नमस्कार मित्रों
आज के इस आर्टिकल में हमको आंवला के गुणों amla ke fayde के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं। भारत में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसने आमला का नाम नहीं सुना होगा। 
आंवले की बहुत अधिक स्वास्थ्य लाभ है। आंवला बालों के रोगों में, पेट के रोगों में, त्वचा संबंधी रोगों में, मधुमेह में, गोरापन बढ़ाने के लिए, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने आदि में बहुत लाभकारी है।

amla ke fayde / आंवला के फायदे और इसके औषधीय गुण

1. आमला के पोषक तत्व

आंवला के अंदर आयरन, कैल्शियम, विटामिन सी और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। यह सभी पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक होते हैं। आयरन होने से यह हमारे शरीर में खून की कमी को दूर करता है। कैल्शियम हड्डियों के लिए बहुत जरूरी होता है। विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में और बैक्टीरिया वायरस आदि से लड़ने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। फाइबर आदि हमारी आंतों के लिए बहुत अच्छा है। कुल मिलाकर आमला एक सर्वश्रेष्ठ रसायन है जो कि हमारे शरीर का चहुमुखी विकास करता है।

2. एकाग्रता को बढ़ाना

जिन बच्चों में एकाग्रता की कमी है। कुछ सुनते हैं तो उनको याद नहीं रहता। कुछ भी रख कर भूल जाते हैं। उन सभी के लिए आमला बहुत अच्छा रसायन है। यह दिमाग की नसों को ताकत देता है। एकाग्रता बढ़ाने के लिए आमले का एक चम्मच रस, एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर सुबह-शाम खाली पेट लेना चाहिए। इस तरह इसका प्रयोग करने से हमारी स्मरणशक्ती बहुत अच्छी हो जाती है।

3. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना

जिन व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है। जो सर्दी खांसी जुकाम और तरह-तरह की बीमारियों से बार-बार परेशान होते रहते हैं। मौसम बदलते ही बीमार पड़ना शुरू हो जाते हैं। उनके लिए आंवले के रस को शहद के साथ खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत बढ़ जाती है। जिससे कि वह बीमार होना कम हो जाते हैं और मौसम आदि के बदलने पर बीमार भी नहीं पड़ते।

4. मधुमेह में लाभकारी

जिन व्यक्तियों को शुगर की समस्या है। जिनकी शुगर का लेवल बढ़ा हुआ रहता है। जिनके शरीर में कमजोरी आ रही है या जिनके शरीर में अंदरूनी या बाहरी कमजोरी आ गई है। उनके लिए आंवले का रस और करेले का रस बहुत फायदेमंद है। आंवले के रस और करेले के रस की मात्रा आप किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से पूछ सकते हैं।

5. चेहरे पर कांति लाने के लिए

जिन व्यक्तियों का चेहरा हमेशा मुरझाया सा रहता है। वे लोग कहते हैं कि हम विटामिन की टैबलेट्स भी लेते हैं मिनरल्स भी लेते हैं फिर भी चेहरे पर नूर नहीं आता। यह लोग कहते हैं कि हम कितने भी ताकत वाली चीजें खा ले लेकिन चेहरे पर कांति नहीं आती। ऐसे लोगों के लिए आंवले का रस दो से तीन चम्मच खाली पेट सुबह लेना परम लाभदाई है। खाली पेट आंवले का सेवन करने से ओज धातु बढ़ जाती है जिससे चेहरा कांति मय हो जाता है।

6. सांस की समस्या में लाभदायक

जिन व्यक्तियों को सांस की समस्या है। सांस आसानी से नहीं आता है। अस्थमा से परेशान हैं। मौसम से समस्या है या धूप, धूल , धुएं से भी एलर्जी हो जाती है। ऐसे लोगों को आंवले का रस दो चम्मच, हल्दी का रस दो चम्मच और शहद 2 चम्मच यह तीनों को मिलाकर सुबह खाना खाने के बाद में लेना है और शाम को खाना खाने के बाद में लेना है। इससे अस्थमा और एलर्जी की शिकायत दूर हो जाती है।

7. गले के दर्द को दूर करना

जिन रोगियों को गले का इन्फेक्शन बार-बार आ जाता है। उन रोगियों के लिए एक चम्मच आंवले का रस एक चम्मच हल्दी का रस और एक चम्मच शहद को मिलाकर थोड़े से गरारे कर कर लिक्विड को अंदर ले जाना है। सुबह शाम इस प्रक्रिया को करने से गले का इन्फेक्शन दूर हो जाता है और साथ में दर्द भी दूर हो जाता है। इस प्रयोग को करने से जिन लोगों को बार-बार खट्टी चीज या ठंडी चीज खाने से गले आदि में इंफेक्शन हो जाता है उनको नहीं होगा।

8. कैल्शियम की पूर्ति करने वाला

जैसा कि हम सब जानते हैं कि आमला में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह हड्डियों से संबंधित समस्याओं को दूर करता है। जिन व्यक्तियों की हड्डियां कमजोर हो गई है। हड्डियों में दर्द रहता है। उनको एक चम्मच आंवले का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह खाली पेट और शाम को खाली पेट अवश्य लेना चाहिए।

9. टीबी के रोग में लाभकारी है आंवला

टीबी के कारण कई रोगियों का वजन घटता चला जाता है। टीबी चाहे कहीं पर भी हो हड्डियों में हो या फेफड़ों में हो। ऐसे लोगों को आंवले का रस एक चम्मच, हल्दी का रस एक चम्मच, अदरक का रस एक चम्मच, लहसुन का रस एक चम्मच और शहद एक चम्मच इन सब को मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से टीवी की बीमारी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है।

10. गुस्से और टेंशन में लाभकारी

वे लोग जिनको गुस्सा बहुत अधिक आता है। टेंशन में रहते हैं बीपी आदि बड़ा रहता है। उनके लिए आंवले का रस सुबह-शाम लेना बहुत फायदेमंद रहता है। शरीर की नसों को लचीला बनाता है जिससे कि उनमें खून का दौरा अच्छे से बना रहता है और बीपी भी नहीं बढ़ता है।

11. चेहरे को निखरता है आंवला

जिन व्यक्तियों कल चेहरा सफेद रहता है। अर्थात उनमें में खून की कमी होती है। कितना कुछ खाने के बावजूद भी लालीपन नहीं आता है। आयुर्वेद में इस रोग को पांडु रोग कहा जाता है जिसे एलोपैथिक भाषा में एनीमिया कहा जाता है। ऐसे रोग से ग्रसित लोगों को आंवले का रस लेना बहुत फायदेमंद है। ऐसे लोग आंवले की चटनी खा सकते हैं। आंवले का मुरब्बा ले सकते हैं। आंवले का रस ले सकते हैं। किसी भी फॉर्म मैं आंवला ले सकते हैं। उन्हें फायदा ही करेगा।

12. लीवर के रोगों में लाभदायक

आमला लीवर आदि के रोगों में भी बहुत फायदेमंद है। जैसे कुछ व्यक्तियों का लीवर काम नहीं करता है अच्छे से। लीवर के अनेक रोग हैं किसी को भूख नहीं लगती किसी को कब्ज हो जाती है किसी को बार-बार फ्रेश होने के लिए जाना पड़ता है यह सभी रोग लीवर से संबंधित हैं। लीवर से संबंधित रोगों में आंवले का रस प्रयोग करना बहुत ही फायदेमंद है।

13. भूख बढ़ाने में सहायक

जिन व्यक्तियों की जठराग्नि कम रहती है अर्थात उन्हें भूख कम लगती है उन व्यक्तियों के लिए आंवले का रस के साथ सेंधा नमक लेने से यह समस्या दूर हो जाती है। इससे जठराग्नि तीव्र हो जाएगी और जो कुछ भी वो खाएंगे वह आसानी से पच जाएगा।

14. मोटापा कम करने में लाभकारी है आंवला

आंवला मोटापे घटाने में भी बहुत अच्छा काम करता है। सब तरह की डाइटिंग और सब तरह के काम करने के बावजूद भी अगर मोटापा कम नहीं हो रहा है। वजन नहीं घटता रहा हो। उनके लिए एक गिलास गर्म पानी में दो से तीन चम्मच आंवले का रस और एक चम्मच शहद डालकर सुबह-शाम खाली पेट लेने से मोटापा कम होने लगता है। इस प्रयोग से फैट सेल्स पिघलते चले जाएंगे और मोटापा अपने आप कम होना शुरू हो जाएगा।

15. पुरुषों के रोगों को दूर करने वाला

आंवला पुरुष रोगों में भी बहुत कारगर है।जैसे कई व्यक्तियों को वीर्य कम बनता है और अगर बनता है तो पतला बनता है। स्वप्नदोष शादी से रोगी ग्रसित है। आंवला ब्रह्मचर्य में सहायता प्रदान करता है। ऐसे व्यक्तियों को आंवले का रस एक से दो चम्मच और शहद एक चम्मच सुबह-शाम खाना खाने से पहले प्रयोग करना है। इस प्रयोग से वीर्य दोष धीरे-धीरे खत्म हो जाते है।

16. पेशाब की समस्याओं में फायदेमंद

जिन व्यक्तियों को पेशाब में जलन होती है और पेशाब खुलकर नहीं आता है। ऐसा लगता रहता है कि पेशाब अब आएगा पेशाब अब आएगा लेकिन खुलकर नहीं आ पाता है। ऐसे व्यक्तियों को आंवले का रस दो से तीन चम्मच मूली का रस एक से दो चम्मच सुबह-शाम खाना खाने के बाद लेने से इस समस्या से छुटकारा मिलना शुरू हो जाता है।

17. बुढ़ापे को दूर भगाता है आंवला

जिन लोगों को चेहरे पर झाइयां आ जाती है। चेहरे पर झुर्रियां पड़ने शुरू हो जाती हैं। उम्र से पहले ही ज्यादा उम्र के दिखने शुरू हो जाते हैं। हारमोंस इन बैलेंस होने के कारण पिंपल्स आने शुरू हो जाते हैं। पेट की गर्मी के कारण पिंपल्स निकलने लग जाते हैं। शरीर पर खारिश और खुजली शुरू होने लगती है। चर्म रोग जैसे कि फोड़े फुंसी दाने आदी हो जाते हैं। ऐसे रोगों में आंवले का रस एक चम्मच हल्दी का रस एक चम्मच साथ में मिलाकर सुबह-शाम पीने से लाभ मिलता है।

18. आंतरिक गर्मी को शांत करता है

जिन व्यक्तियों की आंतरिक घर में अधिक होती है। जिनको गर्मी के कारण नाक से खून आ जाता है या कभी-कभी मूत्रमार्ग से भी खून आ जाता है या मलद्वार से खून आ जाता है। उनके लिए आंवले का रस मिश्री में मिलाकर लेने से इस रोग में राहत मिलती है। लेकिन याद रहे मिश्री धागे वाली मिश्री होनी चाहिए।

19. गर्भधारण में सहायक

कुछ महिलाओं को गर्भधारण सही तरीके से नहीं हो पाता अर्थात गर्भधारण होने के बाद बार-बार खराब हो जाता है। उनके लिए आंवले का रस और एलोवेरा का रस लगातार प्रयोग करने से गर्भधारण सही से हो जाता है। एक से दो चम्मच आंवले का रस और एक से दो चम्मच एलोवेरा का रस सुबह-शाम खाना खाने से पहले लेना है। इस प्रयोग से बच्चेदानी को ताकत मिलती है और बच्चेदानी में किसी भी तरह की सूजन या इन्फेक्शन दूर हो जाता है। कई बार हारमोंस इंबैलेंस होने के कारण भी बच्चा होने में परेशानी होती है तो इस प्रयोग से  हारमोंस भी बैलेंस हो जाते हैं।

20. एसिडिटी दूर करने में लाभदायक

कई बार खाना खाने के बाद पेट में दर्द जलन या तेजाब बनना शुरू हो जाता है। खट्टी डकारे भी आती हैं। उनके लिए विशेष रूप से खाना खाने से पहले एक चम्मच आंवले का रस प्रयोग करना बहुत ही फायदेमंद है। इस प्रयोग से रोगी का तेजाब बनना बिल्कुल बंद हो जाएगा क्योंकि आंवला पित्त नाशक होता है। यानी कि पित्त को खत्म करने वाला होता है। इसके प्रयोग से अम्लपित्त बिल्कुल नहीं बनता है।

निष्कर्ष

मित्रों, जैसा कि हमने आंवला के गुणों amla ke fayde के बारे में जाना। आंवला सूक्ष्म पोषक तत्व और गुणों का भंडार है। आंवला की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। आयुर्वेद में इसे सर्वोत्तम रसायन कहा गया है। आमला के इन सभी गुणों को देखते हुए हमने आंवले का प्रयोग अपने दैनिक जीवन में अवश्य करना चाहिए। जो किसी रोग से ग्रस्त हैं वो किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श के अनुसार आंवले का प्रयोग करें और जो स्वस्थ हैं उनको भी आंवले का प्रयोग करना चाहिए।
धन्यवाद।
amla ke fayde / आमला के फायदे amla ke fayde / आमला के फायदे Reviewed by Chandra Sharma on June 07, 2020 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.