अदरक के फायदे / adrak ke fayde

नमस्कार मित्रों
अदरक के संदर्भ में जितना आयुर्वेदिक शास्त्रों में लिखा हुआ है उतना किसी और जड़ी बूटी के संबंध में नहीं लिखा हुआ है। भोजन को स्वादिष्ट और पाचन में अच्छा बनाने के लिए विशेष रूप से अदरक का प्रयोग रसोई घर में किया जाता है। आयुर्वेद में इसे महा औषधि कहा गया है क्योंकि इसमें अनेक औषधीय गुण होते हैं। 
इसकी तासीर गर्म होती है। इसलिए विशेष रूप से इसे सर्दियों में प्रयोग करना चाहिए। वैसे तो इसे हर ऋतु में प्रयोग कर सकते हैं लेकिन विशेषकर सर्दियों में अधिक अच्छा रहता है। यह त्रिदोष नाशक होता है अर्थात वात पित्त कफ नाशक होता है।

adrak ke fayde / अदरक के औषधीय गुण और इसके उपयोग

1. अदरक बहुत गुणकारी है। इसे मसाले के साथ साथ औषधि के रूप में भी लिया जा सकता है।

2. अदरक अपना कफ नाशक होती है। सर्दियों में खांसी, जुकाम, कफ, बलगम आदि होने पर अदरक की चाय बनाकर पीने से बहुत फायदा होता है।

3. अदरक की तासीर गर्म होती है। इसलिए इसे सर्दियों में लेना विशेष लाभप्रद है। विशेष रुप से अगर इसी चाय बनाकर पी जाए तो यह सर्दियों से संबंधित बीमारियों को खत्म करती है। इसका टुकड़ा 1 से 2 ग्राम तक हम सुबह  खाली पेट ले सकते है।

4. जिन महिलाओं को मासिक धर्म खुलकर नहीं आता या उनके पेडू में दर्द होता है। वह इसलिए होता है कि उस समय बच्चेदानी में सूजन हो जाती है तो अदरक के अंदर एंटीइम्फलमेटिरी गुण पाए जाते हैं जिससे वह बच्चेदानी में सूजन नहीं आने देते। अदरक का एक टुकड़ा लेकर 1 से 2 ग्राम का उसे पीसकर उसके रस को गर्म पानी में मिलाकर पीने से सूजन खत्म हो जाती है।

5. जोड़ों का दर्द में, सर्दी-जुकाम में, खांसी में, अदरक के रस को शहद में मिलाकर लेने से तुरंत आराम मिलता है।

6. अदरक और हल्दी दोनों वात नाशक और कफ नाशक होती है इसलिए इन्हे मिलाकर लेने से वात और कफ से संबंधित बहुत सारे रोगों को हम ठीक कर सकते हैं।

7. अदरक खाने मात्र से हम सर्दी से लेकर कई अन्य बीमारियों को ठीक कर सकते हैं। भोजन से पहले अदरक के टुकड़ो को सेंधा नमक के साथ खाएं तो इससे भूख की वृद्धि भी होती है।

8. खाना खाने के बाद अगर हम थोड़ा-सा  अदरक का टुकड़ा खा ले तो खाया हुआ भोजन आसानी से पच जाता है।

9. अदरक का प्रयोग हम सब्जियों में स्वाद बढ़ाने के लिए भी करते हैं और उसमें बहुत सारी औषधीय गुण होने के कारण उसे आयुर्वेदिक औषधियों में भी इस्तेमाल करते हैं।

10. अदरक का प्रयोग हम अचार बनाने में भी करते हैं। अदरक का अचार पेट में गैस नहीं बनने देता और खाना आसानी से पच जाता है।

11. अदरक को छाया में सुखाकर इसका सोंठ भी बनाया जाता है और उसे औषधि के रूप में इस्तेमाल करते हैं। अगर गैस बना हो तो सोंठ को गर्म पानी के साथ लेने से गैस खत्म हो जाती है।

12. अगर खांसी बहुत ज्यादा है तो 5 ग्राम अदरक को लेकर उसे पीस लें। उसमें से 2 ग्राम रस निकलेगा। उसे शहद में मिलाकर लेने से बहुत फायदा होता है और खांसी बहुत जल्द ठीक हो जाती है।

13. अदरक और मसाले वाली चाय पीना भारतीय परंपरा भी है। चाय में अदरक डालने से उसके गुण की वृद्धि होती है। अदरक वाली चाय कफ और जुकाम में बहुत लाभकारी होती है।

14. हल्दी, सोंठ और मेथी इन तीनों को समान मात्रा में लें और चूर्ण बना लें उस चूर्ण को शहद या गर्म पानी के साथ लेने से गठिया बाय में भी आराम मिलता है।

15. अदरक रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है जिसकी वजह से हमें रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। जल्दी से हम वायरस और बैक्टीरिया के संपर्क में आने पर भी बीमार नहीं होते है।

16. मौसम बदलने पर खांसी, जुकाम, छींके जिनको तंग करती हैं या फेफड़ों में बलगम जमा रहता है या जिनका गला बैठा रहता है। उनके लिए अदरक बहुत फायदेमंद है। वह अदरक का रस शहद में मिलाकर सुबह शाम इस्तेमाल कर सकते हैं।

17. बहुत ज्यादा सर्दी लगने पर अदरक को पानी में उबालकर उसकी भाप लेने से बहुत फायदा मिलता है। बंद नाक खुल जाता है। छाती में जमा कफ या बलगम मल के रास्ते बाहर निकल जाता है।

18. जिनका पेट ठीक नहीं रहता। गैस बनती है। कब्ज रहता है। डकारे बहुत ज्यादा आती हैं। पेट में ऐसे लगता है जैसे गोला सा बन गया है। भूख नहीं लगती है। उनके लिए आधा इंच  अदरक का टुकड़ा सेंधा नमक में मिलाकर इस्तेमाल करने से पेट की समस्या खत्म हो जाती है।

19. जिसे पीलिया की शिकायत है। लीवर में इंफेक्शन है। खून नहीं बनता। उनके लिए अदरक का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। क्योंकि अदरक में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो लीवर की सूजन को और इन्फेक्शन को बिल्कुल जड़ से खत्म करतें हैं।

20. जिनका बार-बार जी मचलाता है। गर्भवती महिलाएं हैं। गर्भावस्था के दौरान बार-बार जी कच्चा रहता है। उनके लिए अदरक और सेंधा नमक का इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद है।

21. एक चम्मच अदरक के रस में थोड़ा-सा सेंधा नमक मिलाकर सफर करने से पहले ले लिया जाए तो सफर में उल्टी नहीं आती और जी नही मचलाता।

22. जिनके सिर में दर्द रहता है। जो व्यक्ति माइग्रेन से परेशान रहते हैं। आधे हिस्से में नसों में सूजन रहती है। अदरक में ऐसे गुण हैं कि माइग्रेन को जड़ से खत्म कर देते है। उस टाइम में आप इसका काढ़ा बनाकर पी 
सकते हैं या इसकी चाय भी पी सकते हैं

23. जिन्हें पैरों में सूजन हो जाती है। उनके लिए अदरक का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है।

24. जिनको बवासीर है। मस्से चलने फिरने में बहुत परेशानी करते हैं। उनको अदरक गुड़ के साथ लेने से बहुत फायदा मिलता है और बवासीर ठीक हो जाती है।

25. शरीर में गठिया किसी भी तरह का हो। गठिया 100 तरह का होता है जिसमें जोड़ों का दर्द, सर्वाइकल, डिस्क प्रॉब्लम आदि हो है।उनके लिए अदरक का इस्तेमाल बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है।

26. शरीर में किसी भी तरह का कैंसर हो। कहीं भी कैंसर हो। कच्ची हल्दी का रस एक चम्मच, अदरक का रस एक चम्मच, कच्चे प्याज का रस एक चम्मच तीनों को बराबर मात्रा में लेकर सुबह-शाम खाना खाने से पहले इस्तेमाल करने से कैंसर में बहुत लाभ मिलता है।

27. जिनको गर्मी में बाहर निकलते ही शरीर में छपाकी हो जाती है। चुभन होने लगती है। उनके लिए अदरक का इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद है।

28. जिनको हार्ट प्रॉब्लम है। दिल वाली जगह पर दर्द होता है या चलने फिरने में सांस रूकता है। कोलेस्ट्रॉल बड़ा रहता है। बीपी बड़ा रहता है। उनके लिए अदरक का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि अदरक का रस खून को पतला करता है। बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। बीपी को नॉरमल करता है।

29. शरीर में जिस जगह दाद या खुजली हो जाए। उस स्थान पर अदरक का रस लगाने से और अदरक को खाने से वह ठीक हो जाता है

30. जिनको नाक से नकसीर आती है और मूत्र मार्ग से खून आता है। उन्हें अदरक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। जिनको गर्मी है उन्हें अदरक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए

31. अगर कच्ची अदरक है तो आप पूरे दिन में 6 ग्राम तक ले सकते हैं। 2 से 3 ग्राम सुबह और 2 से 3 ग्राम शाम को ले सकते है।

32. अदरक को सुखा कर सोंठ बनाकर सोंठ को 500 एमजी सुबह और 500 एमजी शाम को ले सकते हैं।

33. आप अदरक का इस्तेमाल सब्जी में भी कर सकते हैं। उसे काढ़ा बनाकर भी ले सकते हैं। इसे चाय में भी पी सकते हैं और चटनी बना कर भी ले सकते है।

34. अदरक में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे कि कैल्शियम, आयरन, कॉपर, मैग्नीशियम जिंक आदि।

35. अदरक ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है चाहे वह हाई हो या लो हो। अदरक का रस खून को पतला कर कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और आपके शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ाने में मदद करता है।

36. अदरक से पाचन तंत्र मजबूत होता है। साथ ही इससे पेट से जुड़ी परेशानियां कब्ज वगैरह सब दूर हो जाती है।

37. हिचकी को रोकने के लिए अदरक का उपयोग अति उत्तम है। जिस व्यक्ति को हिचकी की समस्या हो उसको अदरक की छोटी सी डली चूसते रहना चाहिए। एक चम्मच अदरक के रस को देसी गाय के 250 मिलीलीटर दूध में मिलाकर पीने से हिचकी में आराम आता है।

38. सर्दी जुकाम होने पर अदरक के रस को शहद में मिलाकर लेने से सर्दी जुकाम में आराम मिलता है। यह बहुत ही सामान्य प्रयोग है और भारत में लगभग सभी लोगों को इसके बारे में पता है।

निष्कर्ष

मित्रों, adrak ke fayde , अदरक का हमारे रसोईघर के मसालों में बहुत ही विशेष स्थान है। हमें सर्दियों में विशेष रूप से अदरक का प्रयोग करना चाहिए। यह बात और कफ नाशक है। सर्दियों में होने वाली बीमारियों में की बहुत कारगर है। पेट के रोगों में मैं भी यह बहुत कारगर है जैसे कि अपच, गैस बनना, भूख ना लगना आदि। adrak ke fayde और इन सभी गुणों के कारण हमें अदरक का प्रयोग सब्जी, अचार आदि में और कच्चे रूप से भी करना चाहिए।

अदरक में भरपूर मात्रा में फास्फोरस भी होता है क्योंकि नशे की लत छुड़ाने के लिए बहुत लाभकारी है इसलिए जिनके घर में किसी सदस्य को तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट आदि की आदत है उन्हें भी अदरक का प्रयोग जरूर करना चाहिए। इन सभी गुणों को देखते हुए अदरक को हमारे जीवन में एक विशेष औषधि के रूप में हमारे रसोई घर में विद्यमान होना चाहिए।
धन्यवाद।
अदरक के फायदे / adrak ke fayde अदरक के फायदे / adrak ke fayde Reviewed by Chandra Sharma on May 31, 2020 Rating: 5

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