किसी भी नए व्यक्ति से मिलते समय ध्यान रखें ये बातें...किसी भी व्यक्ति से मिलते समय यदि कुछ बातों पर ध्यान दें तो हम उसके विषय में काफी कुछ जान सकते हैं, समझ सकते हैं। किसी अनजान व्यक्ति से मिलते ही उसके स्वभाव और गुण-अवगुण को जानने के लिए आचार्य चाणक्य ने सटीक बात बताई है-
आचार: कुलमाख्याति देशमाख्याति भाषणम्।
सम्भ्रम: स्नेहमाख्याति वपुराख्याति भोजनम्।।
आचार्य कहते हैं कि किसी भी मनुष्य का आचरण उसके कुल या परिवार कैसा है बता देता है। व्यक्ति की बोली देश या क्षेत्र की जानकारी दे देती है। आदर भाव वाला व्यक्ति प्रेमी स्वभाव का होता है। व्यक्ति का शरीर देखकर मालुम हो जाता है कि वह कैसा भोजन करता है...
आचार्य चाणक्य के अनुसार किसी भी व्यक्ति का आचरण पर ध्यान दिया जाए तो हम जान सकते हैं कि उसका परिवार कैसा है? उसका कुल सभ्य है या असभ्य। हमारी बोलने की शैली बता देती है कि हम किस देश या क्षेत्र में रहते हैं। हर क्षेत्र या शहर के लोगों का बोलने का अंदाज अलग-अलग होता है। किसी भी व्यक्ति का व्यवहार, हाव-भाव बता देता है कि उसका स्वभाव कैसा है? ठीक ऐसे ही किसी भी मनुष्य का शरीर देखकर मालुम किया जा सकता है कि वह कैसा और कितना भोजन खाता है।
आचार: कुलमाख्याति देशमाख्याति भाषणम्।
सम्भ्रम: स्नेहमाख्याति वपुराख्याति भोजनम्।।
आचार्य कहते हैं कि किसी भी मनुष्य का आचरण उसके कुल या परिवार कैसा है बता देता है। व्यक्ति की बोली देश या क्षेत्र की जानकारी दे देती है। आदर भाव वाला व्यक्ति प्रेमी स्वभाव का होता है। व्यक्ति का शरीर देखकर मालुम हो जाता है कि वह कैसा भोजन करता है...
आचार्य चाणक्य के अनुसार किसी भी व्यक्ति का आचरण पर ध्यान दिया जाए तो हम जान सकते हैं कि उसका परिवार कैसा है? उसका कुल सभ्य है या असभ्य। हमारी बोलने की शैली बता देती है कि हम किस देश या क्षेत्र में रहते हैं। हर क्षेत्र या शहर के लोगों का बोलने का अंदाज अलग-अलग होता है। किसी भी व्यक्ति का व्यवहार, हाव-भाव बता देता है कि उसका स्वभाव कैसा है? ठीक ऐसे ही किसी भी मनुष्य का शरीर देखकर मालुम किया जा सकता है कि वह कैसा और कितना भोजन खाता है।
चाणक्य नीति -किसी भी नए व्यक्ति से मिलते समय ध्यान रखें ये
Reviewed by Naresh Ji
on
March 03, 2022
Rating:

No comments: