ये बात बनाती हैं व्यक्ति को प्रसिद्ध...
आदतें, हाव-भाव और स्वभाव ही निर्धारित करता है कि हमें घर-परिवार और समाज में कैसा स्थान मिलेगा? कुछ लोगों को घर हो या ऑफिस या मित्रों के साथ हो या रिश्तेदारों के साथ हर जगह मान-सम्मान प्राप्त होता है। वहीं कुछ लोगों को अधिकांशत: अपमान ही झेलना पड़ता है। जबकि कोई इंसान नहीं चाहता कि उसे कभी भी अपमानजनक व्यवहार सहना पड़े।
घर और समाज में आसपास के लोगों से मान-सम्मान प्राप्त हो, इसके लिए जरूरी है कि आपका व्यवहार सभी के साथ अच्छा रहे। ध्यान रखें कि किसी भी व्यक्ति के संबंध में हम जाने-अनजाने कोई अपमानजनक या कटू शब्दों का प्रयोग न करें। आचार्य चाणक्य के अनुसार फूलों की महक उसी दिशा में फैलती है जिस ओर हवा बह रही है। जबकि अच्छे इंसान की अच्छाई सभी दिशाओं में फैलती है। वह व्यक्ति हर ओर सम्मान प्राप्त करेगा, प्रसिद्ध हो जाएगा।
इंसान की अच्छाई ही उसे सभी जगह घर-परिवार, समाज, मित्रों में उचित आदर दिलाती है। जो व्यक्ति सभी के लिए अच्छा सोचता है वह कभी भी निरादर का पात्र नहीं होता। सभी की भलाई के लिए कार्य करने वाले इंसान को विशेष स्थान प्राप्त होता है। वहीं जो व्यक्ति निजी स्वार्थ के लिए दूसरों को कष्ट पहुंचाता है, राष्ट्रहित में कार्य नहीं करता, हमेशा बुराइयों के साथ ही जीवन व्यतीत करता है वह कभी भी सम्मान का पात्र हो ही नहीं सकता। अत: हमें हमारी आदतें और स्वभाव वैसा ही रखना चाहिए जिनसे किसी अन्य व्यक्ति को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
आदतें, हाव-भाव और स्वभाव ही निर्धारित करता है कि हमें घर-परिवार और समाज में कैसा स्थान मिलेगा? कुछ लोगों को घर हो या ऑफिस या मित्रों के साथ हो या रिश्तेदारों के साथ हर जगह मान-सम्मान प्राप्त होता है। वहीं कुछ लोगों को अधिकांशत: अपमान ही झेलना पड़ता है। जबकि कोई इंसान नहीं चाहता कि उसे कभी भी अपमानजनक व्यवहार सहना पड़े।
घर और समाज में आसपास के लोगों से मान-सम्मान प्राप्त हो, इसके लिए जरूरी है कि आपका व्यवहार सभी के साथ अच्छा रहे। ध्यान रखें कि किसी भी व्यक्ति के संबंध में हम जाने-अनजाने कोई अपमानजनक या कटू शब्दों का प्रयोग न करें। आचार्य चाणक्य के अनुसार फूलों की महक उसी दिशा में फैलती है जिस ओर हवा बह रही है। जबकि अच्छे इंसान की अच्छाई सभी दिशाओं में फैलती है। वह व्यक्ति हर ओर सम्मान प्राप्त करेगा, प्रसिद्ध हो जाएगा।
इंसान की अच्छाई ही उसे सभी जगह घर-परिवार, समाज, मित्रों में उचित आदर दिलाती है। जो व्यक्ति सभी के लिए अच्छा सोचता है वह कभी भी निरादर का पात्र नहीं होता। सभी की भलाई के लिए कार्य करने वाले इंसान को विशेष स्थान प्राप्त होता है। वहीं जो व्यक्ति निजी स्वार्थ के लिए दूसरों को कष्ट पहुंचाता है, राष्ट्रहित में कार्य नहीं करता, हमेशा बुराइयों के साथ ही जीवन व्यतीत करता है वह कभी भी सम्मान का पात्र हो ही नहीं सकता। अत: हमें हमारी आदतें और स्वभाव वैसा ही रखना चाहिए जिनसे किसी अन्य व्यक्ति को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
चाणक्य नीति - ये बात बनाती हैं व्यक्ति को प्रसिद्ध...
Reviewed by Naresh Ji
on
March 02, 2022
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