प्रश्न - ऑफिस वर्कलोड के कारण सर भारी रहता है, मानसिक रूप से बहुत थक जाता हूँ। पहले weekend में बाहर मॉल वगैरह चले जाते थे अब तो वह भी कोरोना के कारण बन्द है। मन को कैसे रिलेक्स करूँ?



 प्रश्न - ऑफिस वर्कलोड के कारण सर भारी रहता है, मानसिक रूप से बहुत थक जाता हूँ। पहले weekend में बाहर मॉल वगैरह चले जाते थे अब तो वह भी कोरोना के कारण बन्द है। मन को कैसे रिलेक्स करूँ?


उत्तर- सफाई कर्मी को सैलरी गंदगी साफ करने की ही मिलती है, ऑफिस में काम करने वालों को सैलरी टेंशन झेलने, वर्कलोड झेलने की मिलती है। यदि बीमारी नहीं होगी तो डॉक्टर को कोई फीस न देगा, ऑफिस में काम नहीं होगा तो कोई जॉब हमें क्यों देगा? अतः ऑफिस में वर्कलोड है तो ख़ुश हो जाइए, आपकी जॉब सुरक्षित है।


यदि अतिव्यस्त हैं तो दिन में जब भी सोकर उठें, बिस्तर पर बैठे बैठे ही  या नहाधोकर कार्यक्षेत्र में खड़े खड़े या बैठे बैठे 24 बार गायत्री मन्त्र मन ही मन उगते सूर्य का ध्यान करते हुए जप लें। गहरी श्वांस के माध्यम से प्राणाकर्षण या अनुलोमविलोम प्राणायाम 11 बार कर लें।


 मानसिक थकान दूर कर मन को रिलैक्स करने हेतु निम्नलिखित कार्य सोने से पूर्व करें।


गायत्रीमंत्र लेखन दोनों हाथ से करना है, यदि बाएं हाथ से राइटिंग बिगड़ रही है तो चिंता न करें। नित्य अभ्यास से वह बेहतर बनेगी। कम से कम 5 लाइन दाहिने हाथ से और 5 लाइन बाएं हाथ से लिखना है। मन्त्रलेखन जिस कॉपी में कर रहे हैं उसे तकिए के नीचे रखकर सोना है। मन्त्र अधिक जितना चाहे उतना लिखें।


 मन्त्र लेखन से पूर्व भावना/कल्पना करें :-


"मेरे रक्त का रंग खूब लाल है, यह मेरे उत्तम स्वास्थ्य का द्योतक है। इसमें अपूर्व ताजापन है। इसमें कोई विजातीय तत्व नहीं है, इस रक्त में प्राण तत्व प्रवाहित हो रहा है। मैं स्वस्थ व सुडौल हूँ और मेरे शरीर के अणु अणु से जीवन रश्मियाँ नीली नीली रौशनी के रूप में निकल रही है। मेरे नेत्रों से तेज और ओज निकल रहा है, जिससे मेरी तेजस्विता, मनस्विता, प्रखरता व सामर्थ्य प्रकाशित हो रहा है। मेरे फेफड़े बलवान व स्वस्थ हैं, मैं गहरी श्वांस ले रहा हूँ, मेरी श्वांस से ब्रह्मांड में व्याप्त प्राणतत्व खीचा जा रहा है, यह मुझे नित्य रोग मुक्त कर रहा है। मुझे किसी भी प्रकार का रोग नहीं है, मैं मेरे स्वास्थ्य को दिन प्रति दिन निखरता महसूस कर रहा हूँ। यह मेरी प्रत्यक्ष अनुभूति है कि मेरा अंग अंग मजबूत व प्राणवान हो रहा है। मैं शक्तिशाली हूँ। आरोग्य-रक्षिणी शक्ति मेरे रक्त के अंदर प्रचुर मात्रा में मौजूद है।"


"मैं शुद्ध आत्मतेज को धारण कर रहा हूँ, अपनी शक्ति व स्वास्थ्य की वृद्धि करना मेरा परम् लक्ष्य है। मैं आधिकारिक शक्ति प्राप्त करूंगा, स्वस्थ बनूँगा, ऊंचा उठूँगा। समस्त बीमारी और कमज़ोरियों को परास्त कर दूंगा। मेरे भीतर की चेतन व गुप्त शक्तियां जागृत हो उठी हैं। मेरी बुद्धि का उच्चतर विकास हो रहा है। मैं बुद्धिकुशल बन रहा हूँ, बुद्धिबल व आत्मबल प्राप्त कर रहा हूँ।"


"अब मैं एक बलवान शक्ति पिंड हूँ, एक ऊर्जा पुंज हूँ। अब मैं जीवन तत्वों का भंडार हूँ। अब मैं स्वस्थ, बलवान और प्रशन्न हूँ।"


प्रश्न - ऑफिस वर्कलोड के कारण सर भारी रहता है, मानसिक रूप से बहुत थक जाता हूँ। पहले weekend में बाहर मॉल वगैरह चले जाते थे अब तो वह भी कोरोना के कारण बन्द है। मन को कैसे रिलेक्स करूँ? प्रश्न - ऑफिस वर्कलोड के कारण सर भारी रहता है, मानसिक रूप से बहुत थक जाता हूँ। पहले weekend में बाहर मॉल वगैरह चले जाते थे अब तो वह भी कोरोना के कारण बन्द है। मन को कैसे रिलेक्स करूँ? Reviewed by Naresh Ji on March 07, 2022 Rating: 5

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